
देहरादून में आयोजित उत्तर क्षेत्रीय राज्यों के नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में देश के विमानन भविष्य को लेकर बड़ी घोषणाएं और योजनाएं सामने आईं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने स्पष्ट रूप से कहा कि देश के हर क्षेत्र को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है, और इसके लिए केंद्र सरकार निरंतर क्षमता विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार पर कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि राज्यों की भागीदारी इस दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उड़ान योजना बनी हवाई क्रांति का आधार
सम्मेलन के दौरान मंत्री नायडू ने बताया कि ‘उड़ान योजना’ ने भारत में हवाई यात्रा को आम जनमानस तक सुलभ बनाया है। इसका सीधा लाभ देश के छोटे शहरों और दूरस्थ इलाकों को मिला है। उन्होंने कहा कि अब ‘उड़ान योजना 2.0’ के तहत एयर कनेक्टिविटी को और अधिक व्यापक और प्रभावी बनाया जा रहा है। इस योजना से चार करोड़ यात्रियों को लाभ मिलने की संभावना है।
जेवर एयरपोर्ट से रोजगार का बड़ा अवसर
नायडू ने उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट 10 लाख से अधिक रोजगार अवसरों को जन्म देगा। निर्माण कार्य से ही लगभग 5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि 500 एकड़ भूमि पर बने किसी भी आधुनिक एयरपोर्ट में 70 हजार से 1 लाख तक रोजगार सृजन की क्षमता होती है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के लिए विशेष अपील
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री से पर्वतीय राज्यों की भौगोलिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए उड़ान योजना के तहत विशेष नीति बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में हवाई सेवा के संचालन, आधारभूत संरचना को विकसित करने, सब्सिडी बढ़ाने और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली को मजबूत करने के लिए अलग नीति की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उत्तराखंड सरकार दूरस्थ क्षेत्रों को हेली सेवाओं से जोड़ने की दिशा में सक्रिय प्रयास कर रही है।
पर्यटन, अर्थव्यवस्था और रोज़गार को मिलेगा बल
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी कहा कि हवाई सेवाएं पर्यटन के विकास, स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करने और रोजगार सृजन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने उड़ान योजना को ‘एयर कनेक्टिविटी में आई क्रांति’ करार दिया।
सम्मेलन में इन नेताओं की रही उपस्थिति
सम्मेलन में कई राज्यों के शीर्ष मंत्री और अधिकारी उपस्थित रहे। इनमें उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, हरियाणा के नागरिक उड्डयन एवं राजस्व मंत्री विपुल गोयल, राजस्थान के नागरिक उड्डयन मंत्री गौतम कुमार दास, केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा, और उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन प्रमुख रूप से शामिल रहे।