
देश के प्रमुख कॉर्पोरेट समूहों में से एक अदाणी ग्रुप एक बार फिर खबरों में है, और इस बार वजह है दिवालिया हो चुके जयप्रकाश एसोसिएट्स ग्रुप को खरीदने की दौड़ में सबसे आगे होना। इस खबर ने शेयर बाजार में हलचल मचा दी है और जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड (JP Power) के निवेशकों की बांछें खिल गई हैं। बाजार में जैसे ही यह रिपोर्ट सामने आई कि अदाणी ग्रुप इस संकटग्रस्त समूह के अधिग्रहण की दौड़ में सबसे आगे चल रहा है, वैसे ही जेपी पावर के शेयरों में तेज़ी का तूफान आ गया।
📈 16% से ज्यादा की बढ़त, शेयर ने बनाया नया हाई
सोमवार, 7 जुलाई 2025 को जेपी पावर वेंचर्स के शेयरों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। दिन की शुरुआत में कंपनी के शेयर ₹19.10 पर खुले, लेकिन जल्द ही तेज़ी के साथ बढ़ते हुए ₹22.10 के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गए। यह लगभग 16% से अधिक की उछाल है, जो एक दिन में किसी मिडकैप कंपनी के लिए काफी बड़ी बढ़त मानी जाती है। फिलहाल ये शेयर ₹22 के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं।
🏢 कौन है जयप्रकाश एसोसिएट्स और क्यों है चर्चा में?
जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaypee Group) देश का एक समय बेहद प्रसिद्ध इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर सेक्टर का समूह था, लेकिन भारी कर्ज और वित्तीय कुप्रबंधन के चलते यह समूह दिवालिया घोषित किया गया था। इसके बाद इसके विभिन्न एसेट्स को खरीदने के लिए कई बड़ी कंपनियों ने रुचि दिखाई। अब खबरें हैं कि अदाणी ग्रुप, जो पहले से ही एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में आक्रामक विस्तार कर रहा है, जयप्रकाश ग्रुप को खरीदने की प्रक्रिया में सबसे आगे है।
🔍 निवेशकों की उम्मीदें और मार्केट ट्रेंड
शेयर बाजार में किसी कंपनी के अधिग्रहण या रीवाइवल की खबरें निवेशकों में भरोसा जगाती हैं। अदाणी ग्रुप का नाम जुड़ते ही यह भरोसा और मजबूत हो गया। निवेशक मान रहे हैं कि अगर अदाणी समूह ने इस डील को अंजाम दे दिया, तो न सिर्फ जयप्रकाश पावर वेंचर्स की वित्तीय स्थिति सुधरेगी, बल्कि कंपनी का ऑपरेशनल प्रदर्शन भी बेहतर हो सकता है।
💹 शेयर ने दिया 10 गुना रिटर्न!
यह ध्यान देने वाली बात है कि जेपी पावर का शेयर कभी ₹2 के स्तर तक गिर गया था, और अब यह ₹22 पर ट्रेड कर रहा है — यानी निवेशकों को अब तक 10 गुना से ज्यादा का रिटर्न मिल चुका है। यह उन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए जबरदस्त फायदा साबित हुआ है, जिन्होंने शेयर को गिरावट के समय खरीदा था।
🔮 आगे क्या?
अगर अदाणी ग्रुप वास्तव में जयप्रकाश ग्रुप का अधिग्रहण करता है, तो शेयर में और अधिक तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं अगर किसी वजह से यह डील नहीं होती, तो शेयर में कुछ गिरावट भी संभव है। फिलहाल बाजार की निगाहें इस संभावित अधिग्रहण पर टिकी हैं और निवेशक किसी भी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं।