
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और उसके आसपास के क्षेत्रों में बुधवार-बृहस्पतिवार की रात मूसलधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया। रायपुर क्षेत्र के तपोवन इलाके में भारी बारिश के चलते खाले (नाले) में अचानक पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि एक स्थानीय व्यक्ति पानी में बह गया। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को सूचना मिलते ही तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। काफी मशक्कत के बाद तपोवन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर नदी किनारे उस व्यक्ति का शव बरामद किया गया। मृतक की पहचान अनिल, निवासी लेन नंबर-7 तपोवन के रूप में हुई है। पुलिस द्वारा शव को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। यह हादसा देहरादून में हो रही लगातार बारिश की गंभीरता को दर्शाता है।इसी दौरान देहरादून जिले के कालसी क्षेत्र में भी भूस्खलन की बड़ी घटना सामने आई, जहां इछाड़ी डैम से लाल ढांग के बीच करीब 45 वाहन फंस गए। देर रात तक जारी राहत कार्य के बाद पुलिस और एसडीआरएफ की संयुक्त टीमों ने रास्ता खुलवाया और फंसे हुए सभी वाहनों को सुरक्षित उनके गंतव्य के लिए रवाना किया।इसके साथ ही रुद्रप्रयाग-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी भूस्खलन की वजह से मार्ग बाधित हो गया है। लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन टीमें मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने और मार्ग बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर कर रही हैं।मौसम विभाग द्वारा पहले ही देहरादून और आसपास के जिलों में बुधवार-बृहस्पतिवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया गया था, जो सटीक साबित हुआ। बुधवार शाम से ही जिले के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश शुरू हो गई थी, जो देर रात तक जारी रही। प्रिंस चौक, मोहकमपुर, रायपुर और बिंदाल, रिस्पना नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में जलभराव और नदी के उफान के चलते दहशत का माहौल बन गया। पुलिस ने रात को ही नदी किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट किया और किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आपात टीमों को तैयार रखा गया।
मसूरी में भी बारिश का तांडव
मसूरी में भी मौसम ने रौद्र रूप दिखाया। धनोल्टी रोड स्थित ओल्ड टिहरी बस स्टैंड के पास तेज बारिश के दौरान एक भारी भरकम बांझ का पेड़ सड़क पर गिर गया। इस दुर्घटना में एक कार और एक स्कूटर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। गिरा हुआ पेड़ सड़क को पूरी तरह जाम कर रहा था जिससे करीब एक घंटे तक यातायात अवरुद्ध रहा। सूचना मिलने पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर पेड़ को काटकर मार्ग को साफ किया और यातायात बहाल किया।नगर पालिका सभासद विशाल खरोला ने बताया कि यह पेड़ पहाड़ी से गिरा था और इसके नीचे खड़ी एक कार और स्कूटी पूरी तरह दब गईं। वन दरोगा अभिषेक सजवाण ने बताया कि लगातार भारी बारिश के कारण पेड़ की जड़ें कमजोर हो गई थीं, जिससे वह गिर गया। मसूरी में देर शाम फिर से तेज बारिश शुरू हुई, जिससे शहर में कई जगहों पर मलबा आ गया और जलभराव की स्थिति बन गई।
राज्य भर में हाई अलर्ट
उत्तराखंड के विभिन्न पर्वतीय जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन, जलभराव, और हादसों का सिलसिला जारी है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे अत्यधिक बारिश के दौरान नदी-नालों के किनारे न जाएं, अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।राज्य सरकार की ओर से सभी जिलों में आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड पर हैं और स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है।