
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बार लूट की शिकार बनी हैं तमिलनाडु के मयिलादुथुरै लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद आर. सुधा। सोमवार सुबह दिल्ली के अत्यंत सुरक्षित माने जाने वाले चाणक्यपुरी क्षेत्र में जब वे रोज़ की तरह सुबह की सैर पर निकली थीं, तभी अज्ञात लुटेरों ने उनके गले से सोने की चेन झपट ली और मौके से फरार हो गए। यह घटना पोलैंड एम्बेसी के पास घटी, जो बेहद हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में आता है। लूट की इस वारदात में उन्हें हल्की चोट भी आई है।
इस घटना के बाद आर. सुधा ने तुरंत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस गंभीर सुरक्षा चूक पर नाराजगी जताई और अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि “दिल्ली जैसे वीआईपी क्षेत्र में, जहां देश-विदेश के राजदूतों और सांसदों का आना-जाना होता है, इस तरह की वारदात होना अत्यंत चौंकाने वाला और चिंताजनक है।”
पुलिस ने शुरू की जांच, सुरक्षा बढ़ाई गई
चाणक्यपुरी पुलिस थाने में इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है। अपराधियों की पहचान करने के लिए आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ भी की जा रही है।
तमिलनाडु भवन, जहां आर. सुधा ठहरी हुई थीं, और उसके आसपास के पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुट गई हैं।
राजनीतिक हलकों में मचा हड़कंप
इस घटना के बाद विपक्ष ने दिल्ली में बढ़ते अपराध को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस पार्टी ने इसे दिल्ली की बिगड़ती कानून-व्यवस्था का प्रमाण बताया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि जब एक महिला सांसद राजधानी के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की क्या गारंटी है?
इस वारदात ने एक बार फिर दिल्ली में वीआईपी सुरक्षा की हकीकत और लचर अपराध नियंत्रण व्यवस्था को लेकर बहस छेड़ दी है। संसद सत्र के बीच हुई यह घटना न सिर्फ राजनेताओं बल्कि आम जनता में भी असुरक्षा की भावना को जन्म दे रही है।