
बॉलीवुड के दो दिग्गज सितारे शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण इस समय विवादों में हैं। भरतपुर जिले की मथुरा गेट पुलिस ने दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में केवल शाहरुख और दीपिका का नाम नहीं है, बल्कि हुंडई कंपनी के छह अन्य कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया गया है। यह कार्रवाई एक उपभोक्ता की शिकायत पर आधारित है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने उन्हें मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट वाली कार बेची।
शिकायतकर्ता कीर्ति सिंह ने दावा किया कि उन्होंने हुंडई कंपनी से कार खरीदी थी, लेकिन जल्द ही उसमें कई तकनीकी और निर्माण संबंधी खामियां सामने आईं। शिकायतकर्ता ने कंपनी को भी इन खामियों के बारे में जानकारी दी, लेकिन संतोषजनक समाधान नहीं मिला। इसके बाद कीर्ति सिंह ने भरतपुर की सीजेएम कोर्ट संख्या दो में एक इस्तगासा (निजी शिकायत) दायर की।
कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लिया और मथुरा गेट पुलिस थाने को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए धारा 420 (धोखाधड़ी) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। एफआईआर में शिकायतकर्ता द्वारा उल्लिखित सभी तथ्यों और कार में पाई गई खामियों का जिक्र किया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस मामले में कोर्ट और पुलिस द्वारा लिया गया कदम उपभोक्ता संरक्षण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। वहीं, बॉलीवुड स्टार्स के लिए यह मामला उनकी सार्वजनिक छवि और कानूनी जिम्मेदारियों के संदर्भ में भी चर्चा का विषय बन गया है। अभी तक कंपनी या स्टार्स की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यह घटना इस बात की ओर भी इशारा करती है कि उपभोक्ता शिकायतों को गंभीरता से लेने और कंपनियों को जवाबदेह बनाने के लिए अदालत और पुलिस की भूमिका अहम है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस केस में शामिल सभी पक्षों की स्थिति स्पष्ट होगी।