पटियाला वायलेंस :बरजिंदर परवाना के एक इशारे पर भड़के थे खालिस्तान समर्थक

पटियाला में शुक्रवार को खालिस्तान विरोधी मार्च को लेकर शिव सैनिकों व खालिस्तानी समर्थकों के बीच जो हिंसा हुई, उसका मास्टरमाइंड बरजिंदर सिंह परवाना उर्फ सन्नी राजपुरा का रहने वाला है। 37 साल का परवाना कई मामलों में नामजद है। उसके खिलाफ पटियाला जिले के थाना बनूड़,  थाना सदर और थाना लाहौरी गेट और जिला मोहाली के थाना बलौंगी में चार मुकदमे दर्ज हैं और इन केसों में वह फिलहाल जमानत पर बाहर है। 

हत्या की कोशिश का भी दर्ज है मामला

आईजी मुखविंदर सिंह छीना ने बताया कि परवाना ने ही खालिस्तानी समर्थकों को मार्च निकालने के लिए उकसाया। यह सभी गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब में इकट्ठा हुए और वहां से मार्च निकालने के लिए आगे बढ़े। परवाना के खिलाफ थाना बनूड़ में हत्या की कोशिश, हथियारों से लैस होकर चोट पहुंचाने, थाना सदर पटियाला में सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने, थाना लाहौरी गेट में हत्या की कोशिश, हथियारों से लैस होकर चोट पहुंचाने, लड़ाई-झगड़े, धमकियां देने और 51 डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत और जिला मोहाली के थाना बलौंगी में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज है। 

17 महीने सिंगापुर में रहकर लौटा था भारत

पुलिस के मुताबिक परवाना ने बाबा दमदमी टकसाल के प्रमुख हरनाम सिंह धुंमा से अमृतपान किया हुआ है। साल 2007 में परवाना सिंगापुर गया था और करीब 17 महीने वहां रहने के बाद भारत लौटा था। यहां आकर वह धार्मिक दीवान लगाकर सिखी का प्रचार करने लगा। इसी दौरान दमदमी टकसाल जत्था राजपुरा की स्थापना की गई, जिसका वह खुद प्रमुख बन गया। परवाना समय-समय पर सिख कौम व सिख धर्म के खिलाफ उठने वाले मामलों संबंधी किए जाने वाले संघर्षों में हिस्सा लेता रहा है। खेती कानूनों को लेकर किसानों के चले आंदोलन में भी वह हिस्सा लेता रहा है। अकसर सुर्खियों में रहने के लिए वह सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान देता रहा है।

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