
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों पर 10 जून को मतदान होगा। गुरुवार को चुनाव आयोग ने चुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया है। प्रदेश में 2 भाजपा और 1 कांग्रेस की सीट खाली हो रही है।
चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार 24 मई को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी और 31 मई तक नामकंन लिए जाएंगे। 3 जून को नाम वापस लिए जा सकेंगे। 10 जून को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। और शाम को मतगणना होगी। गुरुवार को चुनाव आयोग ने राज्यसभा के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया।
प्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटें है, जिनमें से 8 सीटें भाजपा और 3 सीटें कांग्रेस के पास है। इनमें से ही 3 सीटें 29 जून को खाली हो रही है। इसमें भाजपा के एमजे अकबर और संपतिया उइके और कांग्रेस से विवेक तन्खा है। एक प्रत्याशी को सीट के लिए 58 विधायकों का वोट मिलना जरूरी होगा। विधायकों के मौजूदा संख्या बल के अनुसार 2 सीटें भाजपा और 1 कांग्रेस को ही मिलने की संभावना है। इन सीटों पर दोनों ही दल उम्मीदवारों का चयन आगामी 2023 के चुनाव को देखते हुए जातिगत और सामाजिक आधार पर कर सकते है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलित, ओबीसी चेहरे को मौका दे सकते है। इसमें नए चेहरे को लेकर चर्चा ज्यादा हो रही है।
बीजेपी के खाते में राज्यसभा की 2 सीटें आएगी। ऐसे में चर्चा है कि बीजेपी आदिवासी और ओबीसी चेहरे को उतार कर चौका सकती है। वर्तमान सदस्य संपतिया उइके को आदिवासी वर्ग से से होने का लाभ मिल सकता है, लेकिन पार्टी उनको बदल सकती है। अभी बीजेपी की तरफ से एससी मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य का नाम चल रहा है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा एमजे अकबर की जगह किसी राज्यसभा सदस्य केंद्रीय मंत्री को दोबारा सदस्य बनाया जा सकता है।
वहीं, कांग्रेस की एक सीट पर विवेक तन्खा को दोबारा राज्यसभा भेजने को लेकर चर्चा है। तन्खा कश्मीरी पंडित के साथ ही कानून के बड़े जानकार है। हालांकि प्रदेश में ओबीसी आरक्षण को लेकर मामला गरमाने के बाद कांग्रेस भी किसी ओबीसी चेहरे को राज्यसभा भेज सकती है। इसमें अरुण यादव का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। अरुण यादव हाल ही में दिल्ली में सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। हालांकि अजय सिंह का नाम भी चर्चा में है।