
केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन और संघर्ष की चुनौतियों से निपटने के लिए भगवान बुद्ध का संदेश आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार उनकी शिक्षाओं को दुनिया तक ले जाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। रेड्डी वैशाख बुद्ध पूर्णिमा दिवस के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस’ ट्रेन की शुरुआत हुई
उन्होंने यह भी कहा कि भारत भगवान बुद्ध की विरासत का घर है और प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में बौद्ध तीर्थयात्रियों को एक सहज अनुभव सुनिश्चित करने के लिए देश में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। रेड्डी ने कहा, ‘पर्यटन मंत्रालय क्षमता विकास पर भी काम कर रहा है, जिसमें थाई, जापानी, वियतनामी और चीनी भाषाओं में भाषाई पर्यटक सूत्रधार प्रशिक्षण शामिल है।’ रेड्डी ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय द्वारा स्वदेश दर्शन योजना के तहत, बौद्ध सर्किट में 325.53 करोड़ रुपये की पांच परियोजनाओं को पूरा किया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि आईआरसीटीसी द्वारा बौद्ध सर्किट के भीतर यात्रा की सुविधा के लिए ‘बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस’ विशेष ट्रेन भी शुरू की गई है।
बुद्ध एक नाम नहीं, बल्कि पवित्र विचार है
केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री, किरेन रिजिजू, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री, मीनाकाशी लेखी और केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री, अर्जुन राम मेघवाल, विभिन्न देशों के दूत, और बौद्ध भिक्षु भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस अवसर को संबोधित करते हुए रिजिजू ने कहा, ‘समय बदला, स्थिति बदली, समाज की कार्यप्रणाली बदली, लेकिन भगवान बुद्ध के संदेश का हमारे जीवन में लगातार पालन किया गया है। यह केवल इसलिए संभव था क्योंकि बुद्ध हैं सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक पवित्र विचार- एक ऐसा विचार जो हर इंसान के दिल में शोक करता है।’