
मध्य प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव में ग्वालियर महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा के नाम का बुधवार देरशाम ऐलान हो गया। इसे स्थानीय नेताओं के आगे ज्योतिरादित्य सिंधिया की नहीं चलने के रूप में देखा जा रहा है। सुमन का नाम केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आगे बढ़ाया था।
ग्वालियर में महापौर प्रत्याशी को लेकर शुरू से ही पेंच फंसा हुआ था। यहां पर चार दिन बाद कई बैठकों के बाद भी नाम पर सहमति नहीं बन रही थी। ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने माया सिंह का नाम आगे बढ़ाया था, जबकि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सुमन शर्मा के नाम पर अड़े थे। वहीं, स्थानीय नेताओं ने भी ग्वालियर आरक्षित सीट पर ब्राह्मण प्रत्याशी को उतारने की बात कही थी। साथ ही माया सिंह का विरोध कर दिया था। स्थानीय नेताओं का कहना था कि एक ही परिवार से कितने लोगों को आगे बढ़ाया जाएगा। इस पर संगठन भी सहमत था। हालांकि विरोध के बाद माया सिंह ने चुनाव न लड़ने की इच्छा जता दी थी। जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया माया सिंह के नाम को आगे बढ़ा रहे थे।
बुधवार को सभी नेताओं की फिर बैठकें हुई, जिसमें सहमति नहीं बन पाई। सिंधिया ने एक अन्य नाम आगे बढ़ा दिया। जिसके बाद संगठन के नेताओं के आगे आने के बाद सुमन के नाम पर सहमति बनी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से बातचीत के बाद सहमत हुए। बता दें संगठन भी सुमन शर्मा के नाम पर सहमत था। जिसके बाद बुधवार देरशाम सुमन शर्मा के नाम का बीजेपी ने ऐलान कर दिया।
59 वर्षीय सुमन शर्मा का मुकाबला कांग्रेस की 48 वर्षीय शोभा सिकरवार से होगा। सुमन ने इतिहास विषय से एमए की पढ़ाई की है। वह प्रदेश महिला मोर्चा महामंत्री के पद पर रही है। इसके अलावा पूर्व जिला मंत्री भाजपा ग्वालियर और पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा 2006 से 2012 तक रह चुकी है। उनके ससुर डॉ. धर्मवीर भाजपा से विधायक और महापौर रह चुके है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी शोभा सिकरवार ने पीएचडी की है। वह तीन बार पार्षद का चुनाव जीत चुकी है।