
जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का चेयरमैन यासिन मलिक इन दिनों दिल्ली की तिहाड़ जेल में उम्र कैद काट रहा है। इसी साल मई में उसे आपराधिक षडयंत्र रचने और राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया गया है। मलिक ने शुक्रवार सुबह से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उसका कहना है कि उसके केस की सही से जांच नहीं की है। मलिक के सपोर्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है।
तिहाड़ जेल के कारागार नंबर-7 में बंद यासीन मलिक की भूख हड़ताल तुड़वाने के लिए जेल के कई अधिकारी ने उससे बात की और उसे मनाने की कोशिश भी की, लेकिन वे कामयाब नहीं रहे। यासीन की हड़ताल की जानकारी शुक्रवार रात उसके परिवार ने दी।
अदालत में कबूल किया था गुनाह
यासीन मलिक ने अदालत में सुनवाई के दौरान खुद पर लगे आरोपों को कबूल कर लिया था। उसने कोर्ट में कहा था कि वह UAPA की धारा 16 (आतंकवादी गतिविधि), 17 (आतंकवादी गतिवधि के लिए धन जुटाने), 18 (आतंकवादी कृत्य की साजिश रचने) और 20 (आतंकवादी समूह या संगठन का सदस्य होने) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) व 124-ए (देशद्रोह) के आरोपों को चुनौती नहीं देगा।
कश्मीरी पंडितों पर हमले का मास्टर माइंड है मलिक
यासीन मलिक 90 के दशक में हुए कश्मीरी पंडितों की हत्या का मास्टर माइंट है। इसके अलावा उस पर 1990 में एयरफोर्स के 4 जवानों की हत्या का भी आरोप है। वायुसेना के जवानों पर यह हमला 25 जनवरी 1990 को उस समय हुआ था, जब जवान श्रीनगर में एयरपोर्ट जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे। हमले में स्कवॉड्रन लीडर रवि खन्ना समेत 4 जवान शहीद हुए थे, जबकि 40 लोग जख्मी हुए थे।
पाकिस्तान के PM ने किया मलिक का सपोर्ट
पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ ने यासीन मलिक का समर्थन किया है। उन्होंने कहा- मलिक का निरंतर उत्पीड़न किया जा रहा है। मनगढ़ंत मामलों में दिखावटी मुकदमे से उसकी आवाज दबाई जा रही है। भारत राजनीतिक कार्यकर्ताओं के मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है।