
अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को एक ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराया है। खुफिया सूचना मिलने के बाद रविवार दोपहर ही जवाहिरी पर ड्रोन स्ट्राइक किया गया था, जिसमें उसकी मौत हो गई। जवाहिरी 2011 में संस्थापक ओसाबा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अलकायदा की कमान संभाली थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ड्रोन स्ट्राइक अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA की स्पेशल टीम ने की। जवाहिरी अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आने के बाद से ही काबुल में रह रहा था। वहीं अमेरिकी एक्शन पर तालिबान भड़क गया है और इसे दोहा समझौते का उल्लंघन बताया है।
9/11 अटैक का आरोपी था अल जवाहिरी
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने चार कॉमर्शियल प्लेन हाइजैक कर टकरा दिए थे। अमेरिका में इसे 9/11 अटैक के नाम से जाना जाता है। इस अटैक में 93 देशों के 2 हजार 977 लोग मारे गए थे। इस हमले में ओसामा बिन लादेन, अल जवाहिरी समेत अलकायदा के सभी टेररिस्टों को अमेरिकी जांच एजेंसी ने आरोपी बनाया था।
अमेरिकी हमले में 2 बार बच निकला था जवाहिरी
जवाहिरी को मारने के लिए अमेरिका इससे पहले भी कई बार कोशिश कर चुका था। 2001 में जवाहिरी के अफगानिस्तान के तोरा बोरा में छिपे होने की सूचना मिली थी। मगर, हमला होने से पहले जवाहिरी भाग निकला। हालांकि, इस हमले में उसकी बीवी और बच्चे मारे गए।
वहीं 2006 में जवाहिरी के बारे को मारने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी फिर से जाल बिछाई। इस बार पाकिस्तान के दामदोला में उसके छिपे होने की सूचना मिली। मगर, मिसाइल हमला होने से पहले जवाहिरी वहां से भाग निकला था।
अप्रैल में जारी किया था अंतिम वीडियो
अल जवाहिरी इसी साल अप्रैल में 9 मिनट का एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में उसने फ्रांस, मिस्र और हॉलैंड को इस्लाम विरोधी देश बताया था। इस दौरान जवाहिरी ने भारत में हिजाब विवाद पर भी बेतुका बयान दिया था।