
फतेहपुर जिले में सड़क हादसे में खराद मिस्त्री की मौत के मामले में हादसा करने के आरोपी इंस्पेक्टर को एसपी ने निलंबित कर दिया है। मेडिकल परीक्षण में इंस्पेक्टर के शराब पीने की पुष्टि हुई है। नशे की हालात में कार से टक्कर मारने पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर इंस्पेक्टर को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के आबूनगर रेड्डया निवासी साहिल (19) खराद मिस्त्री था। मंगलवार रात वह पोस्टमार्टम हाउस मोड़ पर गैराज के बाहर खड़े ट्रक की अपने साथी जफर (22) निवासी मसवानी और नावेद (19) निवासी आबूनगर के साथ फोटो खींच रहा था।
इस दौरान बकेवर थाने में तैनात कार सवार इंस्पेक्टर रवि गौतम ने तीनों को टक्कर मार दी थी। हादसे में साहिल की मौत हो गई थी। मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया था। परिजनों ने इंस्पेक्टर पर शराब के नशे में ड्राइविंग करने का आरोप लगाया था।
पुलिस ने इंस्पेक्टर का रात में ही मेडिकल परीक्षण कराया। जांच रिपोर्ट में डॉक्टर ने शराब की दुर्गंध आने की पुष्टि की। इससे साफ है कि इंस्पेक्टर नशे में ड्राइविंग कर रहा था। मृतक के पिता मो. बन्ने की ओर से इंस्पेक्टर के खिलाफ लापरवाहीपूर्वक कार चलाकर एक्सीडेंट करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। सीओ सिटी डीसी मिश्रा ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद इंस्पेक्टर को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
मेडिकल रिपोर्ट में अल्कोहल की पुष्टि हुई है। आरोपी इंस्पेक्टर को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से न्यायाधीश ने उसे जेल भेज दिया।
10 दिन पहले हुआ था प्रमोशन
इंस्पेक्टर पद पर तैनात रवि गौतम का 10 दिन पहले प्रमोशन हुआ है। चौकी इंचार्ज मुसाफा के पद पर तैनात रवि की जल्द ही नई तैनाती होनी थी।
बाईपास पर बने होटल में हुआ खाना-पीना
दरोगा पद पर सदर कोतवाली में तैनाती के दौरान रवि की लखनऊ बाईपास स्थित एक होटल संचालक से गहरी दोस्ती हो गई थी। इसके बाद अक्सर होटल में आना-जाना रहता था। वहीं बैठकर खाना-पीना होता था। चर्चा है कि एक्सीडेंट के पहले भी उसी होटल में बैठकर इंस्पेक्टर का खाना-पीना हुआ था।