
दो दिवसीय गुजरात दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम अपनी मां हीराबेन मोदी से मुलाकात की। साबरमती नदी पर अटल पुल के उद्धाटन और खादी उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पीएम मोदी गांधीनगर के रायसन इलाके में स्थित अपनी मां के आवास पर पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी ने बताया कि देर शाम वह मां से मिले और उनके साथ आधा घंटा बिताया।
खबरों के मुताबिक, मां हीराबेन से मुलाकात करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी राजभवन के लिए रवाना हो गए। यहीं उन्होंने रात्रि विश्राम किया। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। आज पीएम कच्छ व गांधीनगर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
खादी प्रेरणा-स्रोत बन सकता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल साबरमती नदी पर पैदल पुल ‘अटल ब्रिज’ का उद्धाटन किया था। शाम को वे यहां उनहोंने खादी महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित भी किया था। इस दौरान उन्होंने कहा, अटल ब्रिज, साबरमती नदी को, दो किनारों को ही आपस में नहीं जोड़ रहा, बल्कि ये डिजाइन और इनोवेशन में भी अभूतपूर्व है। इसकी डिजाइन में गुजरात के मशहूर पतंग महोत्सव का भी ध्यान रखा गया है। इतिहास साक्षी है कि खादी का एक धागा, आजादी के आंदोलन की ताकत बन गया, उसने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया। खादी का वही धागा, विकसित भारत के प्रण को पूरा करने का, आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का प्रेरणा-स्रोत बन सकता है।
भारत में खादी का रिकॉर्ड उत्पादन और बिक्री हो रही
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत के टॉप फैशन ब्रांड खादी से जुड़ने के लिए खुद सामने आ रहे हैं। आज भारत में खादी का रिकॉर्ड उत्पादन और रिकॉर्ड बिक्री हो रही है। पिछले 8 वर्षों में खादी की बिक्री में 4 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। भारत के खादी उद्योग की बढ़ती ताकत के पीछे भी महिला शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है। उद्यमिता की भावना हमारी बहनों-बेटियों में कूट-कूट कर भरी है। इसका प्रमाण गुजरात में सखी मंडलों का विस्तार भी है।
खादी वैश्विक स्तर पर बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है
पीएम ने कहा कि खादी sustainable clothing का उदाहरण है। खादी eco-friendly clothing का उदाहरण है। खादी से carbon footprint कम से कम होता है। बहुत सारे देश हैं जहां तापमान ज्यादा रहता है, वहां खादी Health की दृष्टि से भी बहुत अहम है। इसलिए खादी वैश्विक स्तर पर बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है।