
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का ताबूत मंगलवार की रात लंदन पहुंच गया है। लंदन का वेस्टमिंस्टर हॉल बुधवार को महारानी के ताबूत के अंतिम दर्शन के लिए जनता के लिए खुलेगा। हालांकि, लोग पहले ही वहां पहुंच गए हैं। इससे पहले स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में सेंट जाइल्स कैथेड्रल में हजारों लोगों ने महारानी के अंतिम दर्शन किए।
ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में निधन हुआ था। किंग चार्ल्स के साथ शाही परिवार के सदस्य रानी के ताबूत के पीछे चलते दिखे।
लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा जाएगा क्वीन का पार्थिव शरीर
क्वीन का पार्थिव शरीर बुधवार शाम 5 बजे (स्थानीय समय) लंदन में वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार के दिन रानी के दर्शन के लिए लोगों को तीन मील (5 किमी) लंबी कतार में इंतजार करना पड़ सकता है। आम लोग यहां चार दिन तक महारानी के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे सकेंगे। इसके लिए जगह-जगह पोर्टेबल टॉयलेट, बैरियर और अन्य जरूरी चीजों का इंतजाम किया गया है। कुछ लोगों ने तो अपनी जगह रिजर्व कर ली है। हालांकि, खराब मौसम के चलते लोग अंतिम झलक पाने से वंचित भी रह सकते हैं।
8 सितंबर को हुआ था निधन
महारानी ने 8 सितंबर की देर रात अंतिम सांस ली थी। क्वीन एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार शाही परंपरा के मुताबिक 10वें दिन यानी 19 सितंबर को होगा। फिलहाल उनके अंतिम संस्कार से जुड़ी परंपराएं चल रही हैं। क्वीन एलिजाबेथ का पार्थिव शरीर स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल से लंदन के बकिंघम पैलेस लाया गया।
19 सितंबर को होगा अंतिम संस्कार
क्वीन एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को होगा। उनकी अंतिम यात्रा चार दिन बाद लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में जाकर भव्य राजकीय अंतिम संस्कार पर खत्म होगी। आखिरी बार ब्रिटेन में 1965 में सर विंस्टन चर्चिल का राजकीय अंतिम संस्कार किया गया था।