
कानपुर में गंगा कटरी के रामपुर गांव से अपहृत किशोर की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी के मुताबिक वे लोग सौरभ के दोस्त राकेश को मारना चाहते थे। राकेश उनकी बेटी से अक्सर बात करता था। बेटी का पीछा करते-करते जब मौके पर पहुंचे, तो राकेश वहां से भाग निकला.
चूंकि मौके पर सौरभ भी बेटी से बात करते मिला था, इस वजह से उसे पकड़ ले गए और हत्या कर दी। एसीपी कर्नलगंज ने बताया कि आरोपी उदन व उसके बेटे को जानकारी हुई थी कि गांव के राकेश से उसकी बेटी से बातचीत होती है। इसलिए वे राकेश से खुन्नस रखते थे।
मंगलवार रात को राकेश ने ही किशोरी को फोन कर बुलाया था। तभी दोनों ने राकेश को मारने की साजिश रची थी। इसी के चलते लोहे की रॉड, डंडा व असलहा लेकर बेटी का पीछा करते हुए मौके पर पहुंचे थे। तीन और लड़कों को देख हमला कर दिया।
राकेश, सनी व कौशल भाग निकले, लेकिन सौरभ के रॉड फेंककर मार दी। इससे वह गिर गया और आरोपियों के हत्थे चढ़ गया। पिता-पुत्र ने बेहरमी से उसकी हत्या कर दी। उदन वारदात को अंजाम देने के बाद घर पर ही था। बेटा सोनू फरार है। जब पुलिस ने दबिश, तो उदन बाहर आया। कहा कि उस पर जो आरोप लगाए गए हैं, फर्जी हैं।
‘राकेश को ले आओ, सौरभ को ले जाओ’
मंगलवार रात को राकेश, सनी व कौशल ने पूरी घटना सौरभ के परिजनों से बताई थी। इसके बाद परिजन बुधवार सुबह उदन के घर पहुंचे थे। एसीपी के मुताबिक उदन ने कहा कि सौरभ उसके पास है। राकेश को उनके हवाले कर दो और सौरभ को ले जाओ।
हालांकि वे लोग सौरभ की हत्या कर चुके थे। दो-तीन घंटे तक इसी तरह की बातचीत होती रही। इसके बाद परिजनों ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने बताया कि आरोपी करे थाने लाकर पूछताछ की गई, तो भी कई घंटे तक जुबान नहीं खोली। सख्ती के बाद उसने वारदात कबूली। अब पुलिस फरार सोनू की तलाश कर रही है।
बेटे को बचाने में जुटा आरोपी
पुलिस के मुताबिक वारदात में उदन, उसका बेटा सोनू व एक अन्य शख्स शामिल है। हालांकि उदन का कहना है कि सौरभ को उसने अकेले ही मारा है। हालांकि जिस तरह हत्या कर शव को ठिकाने लगाया गया, वह अकेले संभव नहीं है। चश्मदीदों ने भी उसके बेटे को देखा है।