
पंजाब की पराली अब केरल के दुधारू पशु खाएंगे। जल्द ही पंजाब से मालगाड़ी के जरिए पराली केरल भेजी जाएगी। राज्य में हर साल लगभग 2 करोड़ टन पराली की पैदावार होती है। इन दिनों पराली जलाने को लेकर पंजाब पर हरियाणा सहित केंद्र सरकार लगातार आरोप लगा रही है। इसके बीच में यह पंजाब सरकार का बड़ा फैसला माना जा रहा है।
केरल में चारे की कमी
तटीय राज्य केरल में कृषि योग्य जमीन कम होने के कारण पशुओं के लिए अपेक्षित चारा पैदा नहीं हो पाता है, इस कारण से केरल ने पंजाब से पराली लेने का फैसला किया है। देश में दूध उत्पादन में पंजाब के बाद केरल का नाम आता है। दोनों सरकार के इस फैसले से केरल के लाखों दूध उत्पादकों को होगा फायदा होगा।
15 सितंबर से 5 नवंबर तक 29400 घटनाएं
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल 15 सितंबर से 5 नवंबर के बीच अकेले पंजाब में पराली जलाने की कुल 29,400 घटनाओं का पता चला है। इसके बाद हरियाणा में 2,530, MP में 2,246, UP में 927, राजस्थान में 587 और दिल्ली में पराली जलाने की 9 घटनाएं दर्ज की गई।