कोलकाता के रहने वाले दो ठगों ने सीबीआइ निदेशक बनकर एक व्यक्ति से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने की साजिश रची। दो स्कैमर ने एक व्यक्ति को उसकी जमीन पर मोबाइल टावर लगाने के नाम पर 79 लाख रुपए की ठगी करने की साजिश रची। जानकारी के अनुसार, दो ठगों ने कथित रूप से सीबीआइ निदेशक सुबोध जायसवाल के नाम पर एक व्यक्ति को उसकी भूमि पर मोबाइल टावर स्थापित करने के लिए सीबीआइ को टैक्स देने और अन्य खर्च के लिए 79 लाख रुपये की ठगी करने की साजिश रची।
हाल ही में दायर चार्जशीट से हुआ खुलासा
बता दें कि कोलकाता के व्यक्तियों से जुड़े मामले में हाल ही में चार्जशीट दायर की गई थी। जिसमें कहा गया कि दोनों ने कथित तौर पर एसएल कुलकर्णी को एक मोबाइल टावर लगाने और उनकी कृषि भूमि को किराए पर लेने के नाम पर धोखा दिया। अधिकारियों ने बताया कि दोनों ठगों ने कथित तौर पर कुलकर्णी को विभिन्न मदों के तहत 79 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए राजी किया। इनमें कथित तौर पर केंद्रीय जांच एजेंसी को भुगतान किए जाने वाले सीबीआइ टैक्स भी शामिल थे।
अगस्त में ठगों को किया गया था गिरफ्तार
ठगों ने इस लेन-देन को एक प्रामाणिक रूप देने के लिए, कथित तौर पर सीबीआइ द्वारा जमा किए गए टैक्स के लिए जारी की गई एक जाली रसीद भी दिखाई। अधिकारियों ने कहा कि दोनों ठगों को इस साल अगस्त में अगरतला से गिरफ्तार किया गया था और दिल्ली लाया गया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में रखा गया है। बता दें कि प्राथमिकी को सार्वजनिक नहीं करने वाली केंद्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में यहां विशेष अदालत में उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।