
अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैक्स रिटर्न्स से संबंधित जानकारियां सार्वजनिक होंगी। ये जानकारियां शनिवार को सामने आ सकती हैं। ट्रंप ने इन जानकारियों को गोपनीय रखने के तमाम प्रयास किए, इसके लिए वह न्यायालय में भी गए लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। टैक्स संबंधी ये दस्तावेज सांसदों की समिति सार्वजनिक करेगी।
यह समिति प्रतिनिधि सभा के सदस्यों की है जहां पर फिलहाल डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत है। आसार है कि इन दस्तावेजों के जरिये ट्रंप के कारोबार से संबंधित कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आ सकती हैं। इनमें सामाजिक सुरक्षा और समझौतों वाली सूचनाएं हो सकती हैं। ये दस्तावेज छह वर्षों के हैं। ट्रंप ने राष्ट्रपति के विशेषाधिकारों का उल्लेख करते हुए अपने कार्यकाल में इन्हें सार्वजनिक नहीं होने दिया था।
ट्रंप ने तोड़ा अमेरिकी राजनीतिक परंपरा
बता दें कि बतौर राष्ट्रपति ट्रंप ने अपना टैक्स रिटर्न जारी नहीं कर अमेरिकी राजनीतिक परंपरा को तोड़ा है। अमेरिका में परंपरा है कि राष्ट्रपति चुनाव में खड़ा हुए उम्मीदवार अपने टैक्स दस्तावेज खुद सार्वजनिक करते हैं। लेकिन 2016 के चुनाव में जब ट्रंप उम्मीदवार बने, तो उन्होंने यह परंपरा तोड़ दी। इस कारण उनके टैक्स रिकॉर्ड को लेकर रहस्य बना रहा है। बीते छह वर्षों में यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा रहा है।
चीन में एक बैंक खाता
साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप ने इस बात को स्वीकार किया था कि उन्होंने चीन में बैंक खाते खोले थे, लेकिन साल 2016 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले वो खाते बंद कर दिए थे। ट्रंप ने बहस के दौरान कहा, ‘चीन में बैंक खाता 2013 में था। मेरा मानना है कि यह 2015 में बंद हो गया था। लाखों लोगों की तरह मैं भी चीन में एक सौदा करने के बारे में सोच रहा था। वहीं, टैक्स रिटर्न के द्वारा इस बात की जानकारी सामने आई है कि ट्रम्प ने 2015, 2016 और 2017 के अपने टैक्स रिटर्न में चीन में एक बैंक खाते की सूचना दी।