
ग्लोबल इन्वेटर्स समिट (जीआईएस-23) को लेकर 16 देशों में हुए रोड शो की सफलता के बाद घरेलू रोड शो की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद संभालेंगे। 5 जनवरी से 27 जनवरी तक देश के नौ बड़े शहरों में होने जा रहे इन रोड शो की शुरुआत मुंबई से होगी। सीएम योगी वहां दो दिन 4 और 5 जनवरी को आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वह उत्तर प्रदेश की विकासशील तस्वीर रखेंगे और देश के बड़े उद्योग समूहों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्हें यूपी में निवेश का न्योता देंगे।
सीएम योगी चार जनवरी की दोपहर में राजधानी लखनऊ से मुंबई के लिए उड़ान भरेंगे, जहां पहुंचने के बाद वह शाम को महाराष्ट्र में रह रहे उत्तर प्रदेश के प्रवासियों से मुलाकात करेंगे। सीएम योगी की फिल्म जगत के कलाकारों एवं निर्माताओं से भी मुलाकात होगी। उनसे उत्तर प्रदेश में बन रही फिल्म सिटी की संभावनाओं को लेकर चर्चा करेंगे। इसके अलावा सीएम योगी उन्हें ग्लोबल इन्वेटर्स समिट के बारे में जानकारी देंगे। उन्हें यह भी बताएंगे कि किस तरह से यूपी देश में वैश्विक निवेश का एक बेहतर गंतव्य बनकर उभरा है और दुनिया भर के निवेशक यूपी में निवेश के इच्छुक हैं।
5 जनवरी को सीएम योगी के दौरे की शुरुआत सुबह के समय बैंकर्स और फिनटेक क्षेत्र से जुड़े लोगों से संवाद से होगी। इसके बाद वह मुंबई रोड शो में भाग लेंगे। यहां टाटा समूह, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा, गोदरेज, आदित्य बिरला समूह, पिरामल इंटरप्राइजेज, पार्ले एग्रो, जेएसडब्ल्यू ग्रुप और स्टार एंड डिजनी समूह के प्रतिनिधियों भेंट करेंगे। जबकि अन्य दौरों में हिंदुजा ग्रुप, हिंदुस्तान यूनी लिवर, अदाणी ग्रुप, हीरानंदानी ग्रुप, टोरेंट पॉवर, वॉकहार्ड, इंडियन मर्चेंट्स चैम्बर्स, रुवा एडवाईजर्स, केकेआर इंडिया, हिंदुजा ग्रुप, एवर स्टोन ग्रुप, हीरो साइकिल, आरपीजी इंटरप्राइज, एल एंड टी, रैमकी ग्रुप ऑफ कंपनी आदि बड़े औद्योगिक समूहों व कंपनियों से वार्ता करेंगे।
इन्वेस्टर्स समिट के लिए घरेलू रोड शो के लिए बनाएं प्रभावशाली रणनीति : मुख्य सचिव
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर बैठक आयोजित की गई। मुख्य सचिव ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय रोड शो करने के बाद पूरी दुनिया में उत्तर प्रदेश के प्रति एक सकारात्मक संदेश गया है। विदेशी निवेशकों के साथ-साथ हमें अपने देश के निवेशकों से भी संपर्क करना है। उन्होंने कहा कि देश के भीतर होने वाले रोड शो के लिए भी शीघ्र प्रभावशाली रणनीति तैयार की जाए। निवेशकों की समस्याओं का समाधान कराने के लिए संबंधित विभागों में इन्वेस्टमेंट सेल अवश्य बनाई जाए।
उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग निवेशकों के साथ 20 जनवरी तक बैठक अवश्य कर लें। ऐसे सेक्टर को चिह्नित कर लें, जहां अधिक से अधिक निवेश लाया जा सकता है। ब्रोशर में पॉलिसी का ब्यौरा सरल भाषा में लिखा जाए ताकि निवेशकों को समझने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा। बेहतर फॉलोअप के लिए हर देश के लिए किसी वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाए।