
कड़ाके की ठंड में नदियों में पानी कम होने से जल विद्युत परियोजनाएं प्रभावित हो रही हैं। डिमांड के अनुसार बिजली उपलब्ध न होने से ऊर्जा निगम प्रतिदिन औसतन चार घंटे की बिजली कटौती कर रहा है। इससे जहां आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं स्थानीय कारोबार और उद्योगों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
ऊधमसिंह नगर जिले में वर्तमान में बिजली के घरेलू कनेक्शनों की संख्या 3,92,243 और व्यावसायिक कनेक्शनों की संख्या 45,380 है। रुद्रपुर, सितारगंज और खटीमा क्षेत्र में वर्तमान में प्रतिमाह औसतन 240 मिलियन यूनिट बिजली की खपत है। लगभग इतनी ही बिजली की जरूरत काशीपुर, गदरपुर, बाजपुर और जसपुर क्षेत्र में भी है।
कड़ाके की ठंड के चलते बिजली उत्पादन घटने के कारण मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिल रही है। वर्तमान में मांग के सापेक्ष लगभग 20 से 30 प्रतिशत बिजली कम मिल रही है। इसके अलावा नेशनल एक्सचेंज से भी 12 रुपये प्रति यूनिट की महंगी दर से बिजली खरीदना ऊर्जा निगम के लिए आसान नहीं है। ऊर्जा निगम के एसई शेखर त्रिपाठी कहते हैं कि कड़ाके की ठंड में नदियों में बर्फ बढ़ने से पानी की मात्रा घट रही है। इससे जल विद्युत परियोजनाओं में बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है। उत्पादन कम होने से पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पा रही है जिस कारण प्रतिदिन औसतन चार घंटे तक बिजली कटौती करनी पड़ रही है।
अघोषित बिजली कटौती से उद्योगों को हर माह हो रहा 20 करोड़ का घाटा
ऊर्जा प्रदेश के लोगों को अघोषित बिजली कटौती से राहत मिलती नहीं दिख रही है। फैक्टरियों में सात से आठ घंटे तक हो रही ट्रिपिंग से उत्पाद की गुणवत्ता घट रही है तो संवेदनशील संयंत्र खराब भी हो रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में उद्यमियों की साख को बट्टा लग रहा है। ऐसे में उद्यमी मुख्यमंत्री से मामला सुलझाने की गुहार लगा रहे हैं।
बिजली कटौती से गुस्साए सपाइयों का किया प्रदर्शन
नगर और ग्रामीण क्षेत्र में हो रही अघोषित बिजली कटौती से गुस्साए सपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को मंडी समिति स्थित बिजली घर पर प्रदेश सरकार ओर ऊर्जा निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर सांकेतिक धरना दिया। बाद में दफ्तर में मौजूद कर्मचारी को ज्ञापन सौंपा। सपा यूथ बिग्रेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरविंद यादव ने कहा कि अघोषित बिजली कटौती से कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। कड़ाके की सर्दी का मौसम चल रहा है। बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। जल्द ही कटौती बंद नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।