तुर्किये-सीरिया में सदी का सबसे खतरनाक भूकंप :15 दिन में 7 हजार से ज्यादा आफ्टर शॉक्स, मृतकों की संख्या 47 हजार के पार

तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है। इसमें 47 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। इलाके में अब तक 7 हजार से भी ज्यादा आफ्टर शॉक्स महसूस किए गए हैं। सोमवार देर रात 6.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 8 लोगों की मौत हुई और 300 लोग घायल हुए। पुराने भूकंप से कमजोर हुई दर्जनों इमारतें धराशायी हो गईं।

इधर, तुर्किये के हताय प्रांत के अंताक्या शहर में कब्रिस्तानों में जगह की कमी हो गई है। त्रासदी में मारे गए शवों को दफनाने के लिए सरकार ने शहर के दूर-दराज के इलाके में सामूहिक कब्र बनाई है। जिन शवों की पहचान नहीं हो पा रही है, उनके DNA सैंपल्स रखे जा रहे हैं।

20 फरवरी को आए भूकंप की गहराई 2 KM
सोमवार देर रात आए भूकंप का केंद्र हताय प्रांत का अंताक्या शहर था। भूकंप की गहराई 2 किलोमीटर तक रही। इसके बाद आए आफ्टर शॉक्स की तीव्रता 3.4 से 5.8 रही। झटके लेबनान, इजराइल और साइप्रस में भी महसूस किए गए। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक, अभी आगे और आफ्टर शॉक्स झेलने पड़ सकते हैं।

फिर से लोग मलबे में दबे
सोमवार को हताय प्रांत के अंताक्या शहर में कई लोग मलबे में दबे थे, जिनमें से कई की हालत नाजुक है। वहीं, सीरिया के विरोधियों वाले इलाके में 150 लोग घायल हुए थे। समांदाग के मेयर रेफिक इरिलमाज ने लोकल टीवी चैनल को बताया कि लोगों के लिए शेल्टर की समस्या काफी बड़ी है। मां-बाप अपने बच्चों के साथ कड़कड़ाती ठंड में रहने को मजबूर हैं। हम पुलिस वालों को हर बिल्डिंग के सामने खड़ा नहीं कर सकते हैं।

6 फरवरी को आए भूकंप में मृतकों की संख्या 47 हजार के पार
6 फरवरी को आए 3 बड़े भूकंप से तुर्किये और सीरिया में मरने वालों की संख्या 47 हजार से ज्यादा हो चुकी है। तुर्किये में 41,156 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। सीरिया में 5,800 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दोनों देशों में 2 करोड़ 60 लाख लोगों को मदद की जरूरत है। पिछले 75 साल में पहली बार WHO इतने बड़े लेवल पर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहा है।

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