
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को CBI आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करेगी। इससे पहले उनका मेडिकल टेस्ट होगा। रविवार को एजेंसी ने उन्हें शराब नीति केस में 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। सिसोदिया की गिरफ्तारी मामले से जुड़े सबूत नष्ट करने और जांच में सहयोग न करने के आरोप में हुई है।
सिसोदिया आम आदमी पार्टी के दूसरे मंत्री हैं, जिन्हें एक केंद्रीय एजेंसी ने एक साल से भी कम समय में गिरफ्तार किया है। इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मई 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था, वो अभी भी जेल में हैं।
शराब नीति में CBI की पूछताछ के दौरान आबकारी विभाग के एक IAS अफसर ने सिसोदिया का नाम लिया था। अफसर ने कहा- सिसोदिया ने ऐसी शराब नीति बनवाई थी, जिससे सरकार को मुनाफा न हो, व्यापारियों को मोटा फायदा हो। इसी बयान के आधार पर दिल्ली के डिप्टी सीएम से रविवार को CBI ने पूछताछ की गई थी। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद CBI मुख्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई।
AAP ने कहा- सिसोदिया को सरकारी स्कूलों को सुधारने की सजा मिली
- AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा- मनीष के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला, फिर गिरफ्तारी कैसे हुई। दोनों चार्जशीट में सिसोदिया का नाम नहीं है। अब CBI कोर्ट में कहेगी, ये बड़े प्रभावी हैं। इसलिए इन्हें जांच होने तक जेल में रखा जाए।
 
- AAP विधायक आतिशी ने कहा- मनीष सिसोदिया ने पिछले आठ साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों की काया पलट कर दी। उन्हें इसी की सजा मिल रही है। भाजपा कह रही है कि ये 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला है। ये पैसा कहां हैं। CBI ने सिसोदिया के घर, उनके रिश्तेदारों, दोस्तों तक की तलाशी ली, लेकिन ये रुपया नहीं मिला। ये रुपए कहां हैं।
 
- सरकार ये नहीं बता पा रही है।
 
- आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा- सिसोदिया की गिरफ्तारी तानाशाही की इंतहा है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर लिखा- यह लोकतंत्र के लिए काला दिन।