
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2 दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे। उन्होंने इंटीग्रेटेड पैक हाउस का निरीक्षण किया। उसके बाद रात में सर्किट हाउस में अफसरों के साथ विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण परियोजनाओं को मानक के अनुरूप पूरा कराने को कहा। इसके अलावा पीएम मोदी के 24 मार्च को प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विशेष विमान से वाराणसी पहुंचे सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष विमान से दोपहर में 3 बजे लालबहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरे। वहां पर पुलिस अधिकारियों सहित स्थानीय नेताओं ने उनका स्वागत किया। यहां से सीएम योगी करखियांव स्थित मंडी परिषद पहुंचे। वहां पर 15 करोड़ 78 लाख रुपए से इंटीग्रेटेड पैक हाउस का निरीक्षण किया। इंटीग्रेटेड पैक हाउस में फल और सब्जियों की धुलाई और ग्रेडिंग का कार्य होगा। इंटीग्रेटेड पैक हाउस से वाराणसी सहित आस-पास के जिलों के किसानों को काफी लाभ पहुंचाने वाला है। यहां किसानों के फलों और सब्जियों की धुलाई कर ग्रेडिंग और फिर उन्हें निर्यात करने का कार्य किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में विकास कार्यों की ली जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में वाराणसी के जनप्रतिनियों और अफसरों के साथ काशी में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री द्वारा वाराणसी में 1450 करोड़ की 25 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होना है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से टीबी दिवस पर यह कार्यक्रम होगा। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री ने इन सभी परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिया।
वाराणसी में 5 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बने
गोल्डन कार्ड के प्रगति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि 5 लाख गोल्डन कार्ड बन गए हैं और 5 लाख शेष है। मुख्यमंत्री द्वारा पूछे जाने पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि सॉफ्टवेयर में कमी होने के कारण डाउनलोड नहीं हो रहे हैं बने हुए कार्ड डाउनलोड नहीं हो रहे हैं।
इस संबंध में उच्च स्तर पर पत्राचार किया गया है। मुख्यमंत्री ने शीघ्र समस्या के समाधान का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने जनपदों में लगाए जा रहे आरोग्य मेला में स्वास्थ्य विभाग के समस्त योजनाओं का वहां पर विस्तार से शिविर लगाए जाएं और इसका व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए। जिससे आम जनता शासन की स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का आसानी से लाभ उठा सके।