
इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार सुबह सीएम शिवराज सिंह चौहान घायलो का हाल जानने के लिए एप्पल अस्पताल पहुंचे। उनके साथ गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ भी पहुंची।
लापरवाही ने 36 की जान ली
बेलेश्वर मंदिर हादसे में 36 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। करीब सभी शव निकाले जा चुके हैं। एक व्यक्ति जिसके लापता होने की बात कही जा रही थी, उसका भी शव बावड़ी से बरामद कर लिया गया है। रात 11:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी और एनडीआरएफ की टीम ने नगर निगम के अमले की मदद से बावड़ी से करीब 20 लोगों के शव निकाले बाहर निकाले थे। हादसे की जानकारी मिलने के बाद महू से तीन अलग-अलग टीमों में आर्मी और NDRF के करीब 140 जवान मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हुए थे। 
गुरुवार देर रात करीब 13 शव और निकाले गए थे। इससे पहले 11 शव निकाले गए थे। घटनास्थल पर हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। हालांकि स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाते हुए 10 लोगों को बाहर खींच लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने मामले की जांच की मांग की थी। वहीं, उनका कहना था कि मंदिर में बावड़ी के ऊपर स्लैब कैसे डल गया, किसकी इजाजत से डला। मामले में निष्पक्ष जांच होना चाहिए।
सीएम ने पांच-पांच लाख की सहायता राशि की घोषणा की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों को पांच लाख और घायलों को पचास हजार देने की घोषणा की है। वहीं, पीएम राहत कोष से हादसे में जान गंवाने वालों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने हादसे को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। मंदिर के अध्यक्ष और सचिव पर गैर इरादन हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी की हादसे को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की थी, उन्होंने हादसे पर शोक व्यक्त किया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इंदौर में हुए हादसे पर शोक व्यक्त किया है।