
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर कस्बा खेमकरण के गांव मेहंदीपुर, कलस, मीयांवाला, गजल, भूरा कोहना, कालिया सकत्तरां, डल्ल, नारली, नारला, खालड़ा आदि क्षेत्र में थाना खेमकरण के प्रभारी इंस्पेक्टर कंवलजीत राय, थाना सदर पट्टी के प्रभारी इंस्पेक्टर हरजिंदर सिंह, थाना वल्टोहा के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह पर आधारित आठ पुलिस टीमों ने रविवार की रात को भगोड़े अलगाववादी अमृतपाल सिंह व उसके साथियों की तलाश में चेकिंग अभियान चलाया।
जबकि सोमवार को थाना पट्टी के प्रभारी इंस्पेक्टर परमजीत सिंह विरदी, थाना गोइंदवाल साहिब के प्रभारी इंस्पेक्टर राजिंदर सिंह, थाना सदर तरनतारन के प्रभारी गुरचरण सिंह के आधारित सात टीमों ने दरिया ब्यास के साथ लगते कस्बा गोइंदवाल साहिब, फतेहाबाद, चोहला साहिब, धूंदा, डेरा साहिब, ख्वासपुर में नाकाबंदी कर दिन भर में करीब 80 वाहनों की जांच की। खुफिया एजेंसियों की सूचना थी कि भगोड़ा अलगाववादी अमृतपाल सिंह या उसके करीबी किसी धार्मिक डेरे में शरण लिए है।
खुफिया एजेंसियों की दो टीमों ने तरनतारन में डाला डेरासोमवार को बाद दोपहर सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस ने मुस्तैदी बरतते हुए डेरों का रुख किया, परंतु पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग पाया। बताया जाता है कि खुफिया एजेंसियों की दो टीमें भी तरनतारन में डेरा डाले बैठे है।
अमृतपाल सिंह की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने उपरांत विशेषज्ञों द्वारा पता लगाया गया कि उक्त वीडियो विभिन्न देशों से वायरल हुई, जिसके बाद उक्त वीडियो से संबंधित कुछ सूत्र तरनतारन जिले से जुड़ते दिखाई दिए, जिसके आधार पर पुलिस ने रविवार की रात को नाकाबंदी कर चेकिंग अभियान चलाया व सोमवार को पूरा दिन वाहनों की जांच की गई। एसपी विशालजीत सिंह का कहना है कि जिले भर में हाई अलर्ट के चलते पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है।