
बजट सत्र के दूसरे चरण के आखिरी दिन भी लोकसभा और राज्यसभा में अदाणी बनाम राहुल गांधी के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। इसके चलते बृहस्पतिवार को दोनों सदनों की कार्यवाही कई स्थगन के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
बजट सत्र के दूसरे चरण ने संसदीय लोकतंत्र के लिए बेहद चिंताजनक तस्वीर पेश की है। कुल 15 बैठकों में दोनों सदनों में पांच घंटे भी कार्यवाही नहीं चल पाई। वित्त विधेयक, जम्मू-कश्मीर वित्त विधेयक समेत कई विधेयक बिना किसी चर्चा के पारित कराए गए। दूसरे चरण की सभी बैठकें सरकार और विपक्ष की सियासी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गई। किसी भी सदन में जनसरोकार से जुड़े एक भी मुद्दे पर न तो चर्चा हुई और न ही किसी भी दल ने चर्चा के लिए नोटिस ही दिया।
दोनों सदनों में प्रतिदिन औसतन महज 15 मिनट ही कार्यवाही चली। इस दौरान भी लगातार हंगामा होता रहा। बता दें कि संसद के बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई थी। बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत 13 मार्च को हुई थी और संसद को 6 अप्रैल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।