
पाकिस्तान के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री आतिफ मियां ने कहा है कि आगामी आर्थिक संकट, राजनीतिक अस्थिरता, बढ़ती खाद्य मुद्रास्फीति और आतंकी हमले बढ़ने के चलते बड़ी संख्या में पाकिस्तानी देश छोड़ने को तैयार हैं। पाकिस्तान में अहमदी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले आतिफ ने 5 वर्ष पूर्व अपनी नौकरी खोनी पड़ी।
उन्होंने देश के हालात पर एक लेख वॉयस ऑफ अमेरिका (वीओए) में लिखा है। बिगड़ते आर्थिक हालात पर निशाना साधते हुए अर्थशास्त्री आतिफ मियां ने लिखा, पाकिस्तान एक ऐसी जगह है जहां निवेशक जाने को तैयार नहीं हैं जबकि गूगल ट्रेंड्स पाकिस्तान को देखें तो सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले शब्दों में वीजा शब्द शामिल है।
उनके अनुसार, भारत या बांग्लादेश में इतनी बड़ी संख्या में खोजें नहीं देखी जाती हैं। इससे पता चलता है कि बड़ी संख्या में पाकिस्तानी देश छोड़ने को तैयार हैं। आतिफ मियां के मुताबिक राजनेता हों, नौकरशाह हों या सैन्य प्रतिष्ठान, आज सरकार लोगों के बीच अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है।
भारत दौरे को द्विपक्षीय संदर्भ में न देखें : बिलावल भुट्टो
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा है कि भारत में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद की बैठक में उनकी भागीदारी चार्टर के प्रति इस्लामाबाद की प्रतिबद्धता तो दर्शाती है। उन्होंने कहा, इसे द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ ने नहीं देखा जाना चाहिए।
पाकिस्तान में भारतीय चैनलों को रोकने के लिए चेतावनी
पाकिस्तान के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने शुक्रवार को देश भर के स्थानीय केबल टीवी ऑपरेटरों को भारतीय चैनलों का प्रसारण बंद करने का आदेश दिया। उसने चेताया कि यदि वे आदेशों को नहीं माने तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पेमरा ने यह भी कहा कि अतीत में कई केबल ऑपरेटरों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्धारित नियमों का पालन नहीं किया था। पाकिस्तान पहले भी कई बार भारतीय फिल्मों और टीवी चैनलों पर प्रतिबंध लगा चुका है।