नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गोवा में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है। इसमें ओलंपिक पदक विजेता रूसी तैराक, रूस के एक पूर्व पुलिस कर्मी और एक भारतीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
इस मामले की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से विभिन्न मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में शामिल महिला तैराक ने 1980 के ओलंपिक में रजत पदक जीता था। पुलिस ने कोकीन और चरस सहित विभिन्न ड्रग्स जब्त किए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में एनसीबी की गोवा इकाई द्वारा अभियान चलाया गया था।
एनसीबी अधिकारी ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पता चला कि एक रूसी ड्रग रैकेट गोवा में अरामबोल और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहा है और इसको लेकर जांच शुरू की गई थी। आगे की जांच के दौरान, यह पता चला कि आकाश एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा था और वह एक रूसी व्यक्ति के निर्देश पर काम कर रहा था, जो रैकेट के सरगना के रूप में काम करता था।
इसके तुरंत बाद आकाश को कड़ी निगरानी में रखा गया। खुफिया-आधारित अभियानों के बाद, आंद्रे नाम के एक रूसी नागरिक को पकड़ा और उसके पास से 20 एलएसडी ब्लास्ट जब्त किए गए। ड्रग विरोधी एजेंसी ने कहा कि आंद्रे ने खुलासा किया कि वह अपने स्थानीय आवास पर ‘हाइड्रोफोनिक’ (जलीय) तरीके से गांजा उपजा रहा था।
अधिकारी ने कहा कि इसके बाद उसके घर से हाइड्रोपोनिक खरपतवार के पौधों के गमले बरामद किए गए। अधिकारी ने बताया कि पूरे अभियान के दौरान एनसीबी ने एलएसडी के 88 ब्लॉट, 8.8 ग्राम कोकीन, 242.5 ग्राम चरस, 1.440 किलोग्राम हाइड्रोफोनिक गांजा, 16.49 ग्राम हैश तेल, 410 ग्राम हैश केक और 4.88 लाख रुपये नकद जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि एनसीबी ने उनके पास से भारतीय और विदेशी मुद्रा, फर्जी दस्तावेज, पहचानपत्र और हाइड्रोफोनिक तरीके से गांजा उगाने से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं।