
अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के गुरुवार को गुजरात के कच्छ में जमीन से टकराने की संभावना है। इसके प्रभाव से गुजरात के तट के पास अभी से ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं। तटीय शहर मुंबई हाई अलर्ट पर है तो गुजरात में तटीय इलाकों से 7,500 लोगों को हटाया गया है। वहीं, तीनों सेनाएं अलर्ट पर हैं।
वहीं, बिपरजॉय के चलते पश्चिम रेलवे ने गुजरात के तटवर्ती इलाकों में जाने वाली 67 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। कुछ ट्रेनें 12 से 15 जून तक एक या अधिक दिनों के लिए रद्द की गई हैं। इनमें दिल्ली सराय रोहिल्ला-ओखा स्पेशल दोनों ओर से, ओखा राजकोट अनारक्षित, अहमदाबाद-वरावल एक्सप्रेस, इंदौर-वरावल महामना एक्सप्रेस शामिल हैं।
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी नुकसान का अंदेशा जताते हुए गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आईएमडी अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, 15 जून को दोपहर के आसपास चक्रवात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास टकराने की संभावना है। इसके पहले 135-145 किमी से लेकर 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।
एनडीआरएफ की टीमें तैनात
इधर, गुजरात के कई जिलों में तेज हवाईं चल रही हैं। तूफान से निपटने के लिए शासन-प्रशासन तैयारियों में जुटा है। गुजरात के राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने बताया कि चक्रवात बिपारजॉय को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार अलर्ट पर हैं। एनडीआरएफ की 12 टीमें कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, जामनगर, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, मोरबी और राजकोट जिलों में तैनात की गई हैं। केंद्र से तीन और टीमें भेजने का अनुरोध किया गया था और वे आ चुकी हैं और इन्हें राजकोट, गांधीधाम और कच्छ में रिजर्व में रखा जाएगा, ताकि जरूरत पड़ने पर मदद ली जा सके।
मुंबई में एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं। मुंबई में तीन टीमें पहले से ही तैनात हैं। 15 और टीमों को तैयार रखा गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक भारतीय तटरक्षक और नौसेना ने अपने जहाजों व हेलिकॉप्टरों को तैनात कर दिया है। ये राहत, तलाश व बचाव अभियान में मदद करेंगे। इसके अलाव वायुसेना और सेना ने भी अपनी कार्यबल इकाइयों को मोर्चे के लिए स्टैंडबाय पर रखा है।