
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस नागरिकों को समय पर न्याय प्रदान करें। नागरिकों को समय से न्याय दिलाने और उनके सांविधानिक अधिकार अनिवार्य रूप मुहैया कराना सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र में शाह ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
शाह ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा समस्याओं से निपटने में एक क्रांतिकारी रुख अपनाने की जरूरत है। पुलिस व्यवस्था में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल होना चाहिए। उन्होंने शीर्ष पुलिस नेतृत्व से कांस्टेबल से लेकर उच्च पदों तक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को कार्यान्वित करने का अनुरोध किया। मानसून सत्र में नए कानून पेश किए जाने का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा, सरकार संपूर्ण आपराधिक न्याय व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। देश के सभी पुलिस अधिकारियों से प्रस्तावित नए कानूनों का अध्ययन करना चाहिए। इनके संसद में पास होने के बाद जमीनी स्तर पर उनके अमल के लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसा करके हम देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार ला पाएंगे।
शाह ने सम्मेलन में शामिल प्रतिभागियों से जांच की पुरानी प्रथाओं को बदलने का अनुरोध करते हुए फोरेंसिक को अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने के लिए भी कहा। जांच तथा अभियोजन की पूरी प्रक्रिया के डिजिटाइजेशन के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने नवगठित आपराधिक न्याय व्यवस्था की भविष्य की मांग के अनुसार पुलिस व्यवस्था में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की नई पहलों के बारे में भी बताया।