
सड़क दुर्घटना के बाद रोडवेज बस के क्षतिग्रस्त होने पर एक चालक ने प्रबंधन पर नौकरी से निकालने का आरोप लगाया है। चालक ने प्रबंधन पर अल्पवेतन कर्मचारियों पर द्वेष की भावना से कार्रवाई कर मानसिक उत्पीड़न का भी आरोप लगाया।
चालक महेश पांडेय ने आरोप लगाया कि ने 22 फरवरी को वह रुद्रपुर डिपो की बस में सवारियां लेकर लौट रहा था। गढ़मुक्तेश्वर के समीप एक्सीलेटर में समस्या आने के कारण बस को अनुबंधित ढाबे पर खड़ा कर दिया गया। सवारियों को दूसरी बस में बैठाकर वह और परिचालक के बस को धीमी गति से रुद्रपुर के लिए निकले। जोया टोल से 500 मीटर पहले फ्लाईओवर पर चढ़ते हुए पीछे से आ रहे एक ट्रक ने बस को टक्कर मार दी। टक्कर लगने से बस डिवाइडर से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई। बस को थाना रजतपुर जिला अमरोहा में खड़ा करवा दिया गया। बाद में बस को काठगोदाम कार्यशाला पहुंचाया गया।
चालक महेश पांडेय ने बताया कि दुर्घटना की विभागीय जांच में पाया गया कि बस की मरम्मत में कुल 13 लाख 85 हजार का खर्च आ । जांच में उन्हें पूर्णरूप से दोषी पाते हुए सभी देय रोकने के साथ तीन सितंबर को नौकरी से निकाल दिया गया। महेश ने बताया कि दुर्घटना से पहले भी में बस में आ रही समस्या के बारे में अधिकारियों को बताया गया था, लेकिन बस की मरम्मत नहीं की गई। विभागीय जांच में द्वेष कि भावना से कार्रवाई की गई