
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि ग्लोबल साउथ एक मानसिकता, एकजुटता और आत्मनिर्भरता के बारे में है। इसकी प्रगति के बिना वैश्विक प्रगति देखने को नहीं मिलेगी। वह लागोस में नाइजीरियाई इंस्टीट्यूट आफ इंटरनेशनल अफेयर्स को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज वैश्विक एजेंडा पुनर्संतुलन और बहुध्रुवीयता को बढ़ावा देने पर है, जिससे दुनिया की प्राकृतिक विविधता बहाल हो सके।
जयशंकर ने कहा कि आज की वैश्विक बातचीत ग्लोबल साउथ की उन्नति पर केंद्रित है, क्योंकि ग्लोबल साउथ की उन्नति के बिना, सच्ची प्रगति नहीं हो सकती। यह वैश्विक बातचीत अपने स्वभाव से लगातार विचलित करने वाली है।
कोई संकट होता है, कोई बड़ी घटना घटती है, कोई और एजेंडा आ जाता है और फिर वैश्विक बातचीत लड़खड़ा जाती है, पटरी से उतर जाती है। उन्होंने कहा कि लोग इस बात पर ध्यान केंद्रित करना भूल जाते हैं कि प्राथमिकताएं क्या हैं।