
काशीपुर में विजिलेंस की टीम ने एक प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। दोनों स्कूल के रजिस्टरों की कमियों को उच्च स्तर पर नहीं भेजने के नाम पर रिश्वत मांग रहे थे। टीम घंटों पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।
क्षेत्र के एक निजी स्कूल के संचालक ने सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर हल्द्वानी को शिकायत कर बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय बांसखेड़ा कला के प्रधानाध्यापक दिनेश शर्मा बांसखेड़ा सीआरसी के प्रभारी भी हैं। वह स्कूल के सहायक अध्यापक अंकुर प्रताप के साथ निजी स्कूलों में चेकिंग के लिए जाते हैं। आरोप है कि एक निजी स्कूल में निरीक्षण के दौरान रजिस्टर जांचने में कुछ खामियां मिलीं। इस पर दोनों ने कमियों को उच्च स्तर पर नहीं भेजने के एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
सीओ विजिलेंस अनिल मनराल ने बताया कि शिकायत मिलने पर ट्रैप टीम का गठन किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए दिनेश शर्मा और अंकुर प्रताप को उनके स्कूल परिसर में ही निजी स्कूल के प्रतिनिधि से 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। शिकायत से संबंधित कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम तहत केस दर्ज किया जाएगा।