
मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। रेड अलर्ट के बीच सोमवार को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश की चोटियों पर दिन भर भारी हिमपात हुआ। मैदानी इलाकों में मूसलाधार बारिश भी हुई। पंजाब और उत्तराखंड के अधिकांश क्षेत्रों में भी बारिश हुई और गरज के साथ ओले पड़े।
इसके अलावा पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में तेज हवाएं चली और कहीं-कहीं आसमान में बादल छाए रहे। अभी दो दिन ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना है, खासकर मंगलवार को पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और पश्चिमी यूपी में कहीं बारिश, तो कहीं तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि हो सकती है, जिसको लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पश्चिम हिमालयी क्षेत्रों के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में अभी दो कम दबाव का क्षेत्र बना है। अरब सागर से नमी लेकर पछुआ हवाएं भी चल रही हैं। इन दोनों के प्रभाव से ही पहाड़ी प्रदेशों के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश देखने को मिली है। इसके प्रभाव से अगले दो दिन कुछ इलाकों में हल्की तो कुछ में तेज बारिश हो सकती है। पहाड़ों पर हिमपात भी होगा। कुछ इलाकों में बिजली गिर सकती है और कहीं-कहीं गरज के साथ बूंदाबादी भी होने की संभावना है। मौसम में यह बदलाव इसके बाद भी तीन दिन तक बना रहेगा, लेकिन उसकी तीव्रता कम होगी।
भारी बर्फबारी के चलते सोमवार को अटल टनल रोहतांग और जलोड़ी दर्रा में आवाजाही ठप हो गई है। लाहौल घाटी में 30 से 60 सेंटीमीटर तक बर्फ गिर चुकी है। इसको देखते हुए लाहौल में मंगलवार और बुधवार के लिए शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
हिमाचल के कई इलाकों में हिमखंड खिसकने का खतरा बना हुआ है। राजधानी शिमला और धर्मशाला सहित प्रदेश के अधिकतर निचले क्षेत्रों में सोमवार दोपहर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चला। मनाली में फाहे गिरे। बर्फबारी से नेहरूकुंड में ट्रैफिक जाम रहा। कांगड़ा जिले में धौलाधार की पहाड़ियों पर भी बर्फबारी हुई है। चंबा, कुल्लू और शिमला जिले में कई जगह बारिश भी हुई।