
वैज्ञानिक इसकी योजना बनाने में जुटे हैं, इस बीच जापान के वैज्ञानिक चांद पर बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू कर दी है। जापान में क्योटो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 2022 में घोषणा की थी कि वे काजिमा कंस्ट्रक्शन के साथ मिलकर पृथ्वी को चंद्रमा और मंगल ग्रह से जोड़ने वाली ट्रेन का निर्माण करने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही पृथ्वी से बाहर लोगों को बसाने के लिए एक कृत्रिम आवास बनाने की भी योजना है।
सीधी बात कहें तो यह एक उल्टा शंकु है जो पृथ्वी की तरह ही लगातार घूमता रहेगा। घूर्णन के चलते इसके केंद्र में एक खिंचाव पैदा होगा, जिससे इसके अंदर पृथ्वी की तरह की गुरुत्वाकर्षण का अनुभव होगा। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि 2050 तक 1300 फीट ऊंचा और 328 फीट व्यास का एक प्रोटोटाइप बनकर तैयार होगा। हालांकि इसका फाइनल वैरिएंट बनने और संचालन होने में एक सदी का समय लगने की संभावना है।शोधकर्ताओं के मुताबिक, मंगल पर स्थित आवास को मार्स ग्लास कहा जाएगा, जबकि चंद्रमा पर स्थित आवास को लूनाग्लास कहा जाएगा। इसके कोर बायोम कॉम्प्लेक्स का निर्माण होगा, जिसमें पृथ्वी के विभिन्न इलाकों और पारिस्थितिकी तंत्र से तत्वों को निकालकर रखा जाएगा। इसके साथ ही ग्रहों को जोड़ने के लिए एक ट्रांसपोर्ट सिस्टम का भी प्लान है, जिसे हेक्साट्रैक नाम दिया गया है। दो ग्रहों के बीच बनने वाले इस ट्रैक को इस तैयार किया जाएगा कि इसमें लंबी दूरी की यात्रा के दौरान भी 1जी का गुरुत्वाकर्षण बना रहेगा। ये एक तरह के कैप्सूल होंगे। इसमें बड़ा कैप्सूल 30 मीटर दायरे का होगा जो पृथ्वी से मंगल और चंद्रमा से मंगल के बीच यात्रा करेगा जबकि छोटा कैप्सूल पृथ्वी और चंद्रमा के बीच यात्रा करेगा।