Chardham Yatra 2024 श्री बदरीनाथ धाम में दर्शन करने आए चार तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। अब तक श्री बदरीनाथ धाम में 14 तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो गई है। वहीं विकासनगर में कर्नाटक से 27 तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के लिए आए लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया। गुरुवार रात से सभी तीर्थयात्री हरबर्टपुर बस अड्डे में बैठे हुए हैं।संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर। Chardham Yatra 2024: श्री बदरीनाथ धाम में दर्शन करने आए चार तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। अब तक श्री बदरीनाथ धाम में 14 तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो गई है।श्री बदरीनाथ धाम दर्शनों को लेकर तीर्थयात्रियों की संख्या में आए दिन बढ़ोतरी हो रही है। श्री बदरीनाथ धाम में स्वजनों के साथ दर्शन करने आए चमक लाल पुत्र मणिक चंद्र उम्र 63 निवासी ज्योतिनगर भोलव भरुच गुजरात, सुधाकर पोपलरोवयकर पुत्र पोपटराव उम्र 74 निवासी देवगांव रंगारी महाराष्ट्र, कुमारी सेट्टी पर्मिला पत्नी रमेश निवासी सुधाराम निजामाबाद तेलंगाना उम्र 64 वर्ष व श्रीधर मेसाला पत्नी सूर्यप्रकाश उम्र 44 निवासी श्रीकृष्णा नगर हैदराबाद आंध्र प्रदेश की हृदय गति रुकने से मौत हुई है।
कर्नाटक के 27 तीर्थयात्री रात से बैठे हैं बस अड्डे में
विकासनगर: कर्नाटक से 27 तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के लिए यहां आए, लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया। गुरुवार रात से सभी तीर्थयात्री हरबर्टपुर बस अड्डे में बैठे हुए हैं। दरअसल, कर्नाटक के सभी तीर्थयात्री हरिद्वार में रजिस्ट्रेशन कराने वाले एजेंट को जानने की बात कहकर एक व्यक्ति के कहने पर आए।
हरिद्वार पहुंचने पर उनका एजेंट से संपर्क नहीं हुआ। जिससे उनका चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया। इस पर उक्त व्यक्ति तीर्थयात्रियों को यह कहते हुए हरबर्टपुर ले आया कि एजेंट सभी के रजिस्ट्रेशन की कापी वाट्सएप पर भेज देगा। यहां पहुंचने पर भी उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ।
इसी बीच अपने को फंसता देखकर उक्त व्यक्ति वहां से भाग निकला। तीर्थयात्रियों ने पुलिस को बताया कि वे हजारों रुपये खर्च कर चारधाम यात्रा पर आए हैं, लेकिन उक्त व्यक्ति ने उनका चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। ऐसे में वह कैसे चारधाम की यात्रा कर सकेंगें।इस मामले की पुष्टि हरबर्टपुर चौकी प्रभारी कविंद्र राणा ने की। वहीं, कोतवाल राजेश शाह ने बताया कि यदि किसी के साथ धोखाधड़ी हुई है तो वह मुकदमा दर्ज कराएं। फर्जी रजिस्ट्रेशन के चार मुकदमें दर्ज हुए हैं, उन तीर्थयात्रियों को रवाना कर दिया गया है।