जहां एक तरफ उत्तर भारत के लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं. वहीं दूसरी तरफ पूर्वोत्तर में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। असम में बाढ़ की स्थिति में कुछ खास सुधार नहीं हुआ। भारी बारिश के कारण 10 जिलों में छह लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया। नदियों का जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। कोपिली, बराक और कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
बाढ़ के कारण हैलाकांडी होजाई, मोरीगांव, करीमगंज, नागांव, कछार, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कार्बी, पश्चिमी आंगलोंग और दीमा हसाओ जिलों में अबतक कुल 6,01,642 लोग प्रभावित हुए। अधिकारियों के अनुसार, 28 मई से लेकर अबतक बाढ़ और तूफान के कारण मरने वालों की संख्या 15 हो गई। बता दें कि भारी बारिश के कारण नगांव सबस् ज्यादा प्रभावित हुआ है।
राज्य में 40,000 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। नागांव में 2.79 लाख, होजाई में 1,26,813 और कछार में 1,12,265 लोग प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों द्वारा बचाव कार्य में जुटे हैं। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कई हिस्सों में सड़क और रेल संपर्क बाधित हो गया है।न्यू हाफलोंग के चंद्रनाथपुर खंड में पटरी को हुए नुकसान और सिलचर स्टेशन पर जलभराव के कारण शनिवार से सोमवार तक कम से कम 10 ट्रेनों को रद्द कर दी गई।