
2018 से 2024 के बीच राज्य में 15 नए नगर निकायों का गठन हुआ, जिनमें से 13 में पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं। दो नए नगर निकाय पाटी (चंपावत) और गढ़ीनेगी (ऊधमसिंह नगर) के गठन के बाद परिसीमन नहीं होने के कारण यहां चुनाव नहीं हो रहे हैं। इन 13 निकायों में पहली बार छोटी सरकार चुनी जाएगी। 2018 के नगर निकाय चुनावों की तुलना में, इस बार इन 13 नए निकायों में 23 जनवरी को मतदान होने वाला है। इन नए निकायों के मतदाताओं के लिए यह पहली बार मतदान का अनुभव होगा। राज्य में 2018 में कुल 92 नगर निकाय थे, जिनमें से 2018 और उसके बाद 87 नगर निकायों में चुनाव हुए थे। इस बार राज्य में कुल 107 नगर निकाय हैं, जिनमें से 100 में चुनाव होने जा रहे हैं। 2018 से 2024 के बीच 15 नए नगर निकाय बने हैं, जिनमें से 13 में पहली बार चुनाव हो रहे हैं। पाटी (चंपावत) और गढ़ीनेगी (ऊधमसिंह नगर) में परिसीमन नहीं होने के कारण यहां चुनाव नहीं हो रहे हैं। पहली बार चुनाव होने वाले नगर निकायों में दून जिले की नगर पंचायत सेलाकुई, हरिद्वार की नगर पंचायत ढंडेरा, इमलीखेड़ा, पाडली गुज्जर, रामपुर और सुल्तानपुर-आदमपुर, चमोली की नगर पंचायत नंदानगर, रुद्रप्रयाग की नगर पंचायत गुप्तकाशी, पौड़ी की नगर पंचायत थलीसैंण, पिथौरागढ़ की नगर पंचायत मुनस्यारी, बागेश्वर जिले की नगर पंचायत गरुड़, ऊधमसिंह नगर जिले की नगर पंचायत नगला और नगर पंचायत लालपुर शामिल हैं। इनमें से अधिकतर निकायों का गठन 2021 के आसपास हुआ था।