
महाकुंभ 2025 से उत्तर प्रदेश सरकार को भारी राजस्व मिलने की उम्मीद है, और कारोबारी संगठन कैट का अनुमान है कि इस आयोजन से दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हो सकता है। महाकुंभ में दुनियाभर की बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने उत्पादों का प्रचार करने के लिए सक्रिय हो चुकी हैं। कंपनियां स्टालों पर अपने उत्पाद प्रदर्शित करने से लेकर श्रद्धालुओं के लिए विश्राम शिविर स्थापित करने तक पूरी तैयारी में हैं। डेटॉल, डाबर, पेप्सिको, कोका कोला, आईटीसी और रिलायंस जैसे बड़े ब्रांड्स अपने शिविरों में उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं और जलपान भी वितरित कर रहे हैं। ये कंपनियां महाकुंभ को ग्रामीण आबादी से सीधे जुड़ने और उनके साथ संवाद करने का बेहतरीन मौका मान रही हैं, खासकर जब शहरी बाजारों में मूल्य वृद्धि और धीमी बिक्री का सामना करना पड़ रहा है। रेकिट के दक्षिण एशिया के कार्यकारी उपाध्यक्ष, गौरव जैन ने कहा कि महाकुंभ भारत के सबसे सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण आयोजनों में से एक है, और इसमें स्वच्छता प्रथाओं को शामिल करने का यह एक अनूठा अवसर है।
इस बीच, प्रयागराज के लिए हवाई यात्रा का किराया भी रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ गया है। दिल्ली से प्रयागराज का किराया 5,748 रुपये और मुंबई से 6,381 रुपये हो चुका है। भोपाल से प्रयागराज का हवाई किराया 17,796 रुपये तक पहुंच चुका है, जो एक साल पहले केवल 2,977 रुपये था। इसके अलावा, लखनऊ और वाराणसी से भी हवाई किराए में 3% से 21% तक की वृद्धि देखी गई है। इस साल, प्रयागराज के लिए उड़ान बुकिंग में 162% का इज़ाफा हुआ है।