
महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर प्रयागराज में जबरदस्त उत्साह और धूमधाम का माहौल है, और इस बार इस धार्मिक महापर्व में हिस्सा लेने के लिए 73 देशों के राजनयिक भी प्रयागराज आ रहे हैं। इन राजनयिकों का प्रयागराज में संगम पर स्नान करना एक ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक महत्व रखता है, जो भारत की धार्मिक विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का एक अहम अवसर होगा। इन देशों के राजनयिकों में कई देशों के दूतावास के उच्च अधिकारी शामिल हैं, जो इस आयोजन को लेकर भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को महसूस करेंगे। विशेष रूप से रूस और यूक्रेन के राजदूत भी इस महाकुंभ में भाग लेने के लिए संगम में डुबकी लगाएंगे, जो इस समय दोनों देशों के बीच चल रहे तनावपूर्ण रिश्तों के बीच एक सकारात्मक संदेश भेजेगा। कुंभ मेला एक ऐसा आयोजन है, जो दुनिया भर में भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को प्रस्तुत करता है, और इन राजनयिकों का इस महापर्व में भाग लेना भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को भी मजबूत करने का एक अवसर है। इस अवसर पर भारतीय संस्कृति और परंपराओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करना एक अहम पहल है, और इन राजनयिकों के संगम स्नान से यह संदेश जाएगा कि भारत धार्मिक सौहार्द और शांति का प्रतीक है।