
हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता पर अजमेर में एक गंभीर हमला हुआ है, जब उन पर फायरिंग की गई। यह हमला उस समय हुआ जब गुप्ता ने अजमेर दरगाह को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि दरगाह के भीतर एक प्राचीन हिंदू मंदिर है। इस बयान ने धार्मिक समुदायों के बीच विवाद पैदा किया और उन्हें निशाने पर ला खड़ा किया। गुप्ता ने दावा किया था कि दरगाह स्थल पर हिंदू धार्मिक प्रतीकों और मंदिरों के अस्तित्व के प्रमाण हैं, जो उनके बयान के बाद से ही कई धार्मिक संगठनों और नेताओं के बीच बहस का कारण बने।
इस बयान के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही थी, क्योंकि यह मामला एक संवेदनशील धार्मिक स्थल से जुड़ा था। गुप्ता को लेकर सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए थे, बावजूद इसके हमलावर ने हमला किया और उन्हें गोली मार दी। यह हमला अजमेर के एक व्यस्त इलाके में हुआ, जहां गुप्ता पर हमला करने के बाद हमलावर फरार हो गए। पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है और इस हमले के कारणों की जांच की जा रही है। गुप्ता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
यह घटना न केवल हिंदू सेना के अध्यक्ष पर हमला है, बल्कि समाज में धार्मिक सौहार्द और सहनशीलता पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। इस हमले ने समाज में बढ़ते धार्मिक तनाव को उजागर किया है, जहां किसी भी संवेदनशील धार्मिक मुद्दे को लेकर बहस और विवाद आसानी से हिंसक रूप ले सकते हैं। गुप्ता के बयान और इस हमले के बाद से विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक दलों से प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं, जो इस मुद्दे को लेकर अपनी-अपनी स्थिति स्पष्ट कर रहे हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने मामले की गहरी जांच शुरू कर दी है, ताकि हमलावरों का पता चल सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। इस हमले ने धार्मिक और सांप्रदायिक विवादों के बीच शांति बनाए रखने की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर किया है।