
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र में अपने अभिभाषण के दौरान कई अहम मुद्दों पर प्रकाश डाला, जिनमें वक्फ बोर्ड, वन नेशन-वन इलेक्शन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे विषय प्रमुख रहे। उन्होंने सरकार की योजनाओं और आगामी नीतियों को लेकर विस्तार से बात की, जिनका उद्देश्य देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को और मजबूत बनाना है।
राष्ट्रपति ने वक्फ बोर्ड के सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि वक्फ संपत्तियों का सही तरीके से प्रबंधन हो सके और इसका लाभ समाज के जरूरतमंद वर्गों तक पहुंचे। इसके अलावा, वन नेशन-वन इलेक्शन की अवधारणा को लेकर भी महत्वपूर्ण विचार रखे गए। उन्होंने कहा कि यह कदम चुनावी प्रक्रिया को सरल और खर्चे में कटौती करने की दिशा में महत्वपूर्ण होगा, जिससे देश की राजनीतिक स्थिरता और शासन प्रणाली को लाभ होगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते प्रभाव पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत इस क्षेत्र में खुद को एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। AI से जुड़े तकनीकी विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं बनाई जा रही हैं, जो देश के डिजिटल भविष्य को आकार देंगी। उन्होंने बताया कि यह तकनीकी प्रगति ना केवल विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी।
राष्ट्रपति के इस अभिभाषण ने न केवल देश के विकास को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को जाहिर किया, बल्कि आने वाले दिनों में इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर होने वाली चर्चाओं और निर्णयों की दिशा भी स्पष्ट की।