संसद के बजट सत्र 2025 की शुरुआत के साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण 2025 को पेश किया, जिसमें भारत की अर्थव्यवस्था का विस्तृत लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया। इस आर्थिक सर्वेक्षण में देश की विकास दर, वित्तीय स्थिति, कृषि, उद्योग, सेवा क्षेत्र, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन विश्लेषण किया गया है। वित्त मंत्री ने सर्वेक्षण में भारत की आर्थिक स्थिति को लेकर सरकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट किया और आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आर्थिक सुधारों और विकास के लक्ष्यों पर भी चर्चा की।
निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक संकटों और कोविड-19 महामारी के बावजूद रिकवरी दिखाते हुए मजबूत विकास की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने कृषि क्षेत्र की वृद्धि, रोजगार सृजन, इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश, और डिजिटल अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला।
इस सर्वेक्षण में सरकार के आर्थिक दृष्टिकोण को लेकर सकारात्मक संकेत दिए गए, जिसमें भारत को विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदमों का उल्लेख किया गया। इसके अलावा, वित्त मंत्री ने आगामी बजट के लिए कुछ अहम नीतिगत दिशा-निर्देशों का भी संकेतिक रूप से संकेत दिया।
यह सर्वेक्षण संसद में पेश होने के बाद राजनीतिक, आर्थिक और समाजिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, और अगले कुछ दिनों में पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट से जुड़े कई सवाल उठने शुरू हो गए हैं।