
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद में दिए गए अभिभाषण पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, जो चर्चा का विषय बन गई है। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में एक विशेष टिप्पणी करते हुए कहा, “गरीब महिला काफी थकी हुई थीं, मुझे बहुत बुरा लगा।” यह बयान उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू के भाषण के संदर्भ में दिया, जिसमें उन्होंने देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर बात की थी।
सोनिया गांधी का यह बयान उस समय आया जब राष्ट्रपति ने गरीबों और निम्न वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए सरकार की योजनाओं और प्रयासों को उजागर किया था। सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण उन लोगों के वास्तविक हालात से मेल नहीं खाता, जो वाकई में गरीबी और परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उनका कहना था कि जिनकी हालत खराब है, उन्हें यह भाषण और योजनाएँ किसी भी वास्तविक बदलाव का संकेत नहीं देतीं।
सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण केवल औपचारिकता तक सीमित रहा और इसमें आम लोगों के मुद्दों और समस्याओं का सही तरीके से उल्लेख नहीं किया गया। उनका यह बयान कांग्रेस पार्टी की ओर से सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाज़ों का हिस्सा माना जा रहा है। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि देश के गरीब और कमजोर वर्ग को वास्तविक राहत की जरूरत है, और यह केवल सरकारी योजनाओं से नहीं, बल्कि ठोस कदमों और सुधारों से ही संभव है।
सोनिया गांधी का यह बयान राजनीतिक हलकों में गहरी चर्चा का कारण बन गया है, और इसे आगामी चुनावी राजनीति के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।