
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) पार्टी के नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में जल्द ही परिवारवाद का अंत होगा और यह राज्य भ्रष्टाचार से मुक्त होगा। शाह ने DMK नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास भ्रष्टाचार की “डिग्री” है। उनके इस बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है और यह बयान तमिलनाडु की राजनीति में नया मोड़ लेकर आया है।
अमित शाह ने यह टिप्पणी तमिलनाडु में एक राजनीतिक रैली के दौरान की, जहां उन्होंने DMK प्रमुख एम.के. स्टालिन की सरकार पर जमकर हमला बोला। शाह ने कहा कि तमिलनाडु में सरकार बनने के बाद बीजेपी राज्य में परिवारवाद और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि DMK के नेता सिर्फ अपनी निजी संपत्ति और परिवार के भले के लिए काम करते हैं, जबकि उन्होंने राज्य की जनता की समस्याओं को नजरअंदाज किया है।
गृह मंत्री ने स्टालिन पर निशाना साधते हुए कहा कि तमिलनाडु में DMK पार्टी का शासन भ्रष्टाचार और परिवारवाद का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि DMK नेताओं के पास भ्रष्टाचार की डिग्री है और वे अपने पदों का दुरुपयोग कर राज्य के संसाधनों को लूट रहे हैं। शाह ने कहा कि पार्टी का यह रवैया तमिलनाडु के विकास के रास्ते में बाधा बन रहा है।
इसके साथ ही, अमित शाह ने बीजेपी की विचारधारा और पार्टी के उद्देश्य को भी स्पष्ट किया। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी का उद्देश्य केवल एक राजनीतिक दल के रूप में सत्ता में आना नहीं है, बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। शाह ने दावा किया कि बीजेपी तमिलनाडु में राज्य को भ्रष्टाचार, परिवारवाद और राजनीतिक अनिश्चितता से बाहर निकालेगी और राज्य में विकास की नई दिशा तय करेगी।
यह बयान राजनीतिक माहौल में सख्त प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकता है, क्योंकि तमिलनाडु में DMK और AIADMK के बीच लंबे समय से राजनीति का संघर्ष रहा है। बीजेपी की इस नई रणनीति से यह भी प्रतीत होता है कि वह राज्य में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए DMK पर लगातार हमला करेगी, खासकर आगामी विधानसभा चुनावों की दृष्टि से।
वहीं, DMK ने अमित शाह के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि यह केवल बीजेपी की एक राजनीतिक चाल है, जो राज्य में अपनी कमजोर स्थिति को सुधारने के लिए की जा रही है। DMK नेताओं ने कहा कि बीजेपी के बयान से कोई फर्क नहीं पड़ता, और तमिलनाडु में उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी रहेगी।
यह पूरी स्थिति तमिलनाडु की राजनीति के लिए एक अहम मोड़ हो सकती है, जहां आगामी चुनावों में परिवारवाद, भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दों को लेकर सख्त लड़ाई देखने को मिल सकती है।