
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा में एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि महाकुंभ के दौरान एक नाविक परिवार ने लगभग 30 करोड़ रुपये की कमाई की। यह आंकड़ा महाकुंभ के आयोजन के दौरान राज्य की अर्थव्यवस्था और स्थानीय व्यापारों को होने वाले लाभ को दर्शाता है। मुख्यमंत्री योगी ने इस उदाहरण के माध्यम से यह बताया कि महाकुंभ ने न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ावा दिया, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी योगदान दिया।महाकुंभ, जो हर 12 साल में प्रयागराज में आयोजित होता है, भारतीय संस्कृति और धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और यह आयोजन राज्य के पर्यटन, व्यापार, और सेवा क्षेत्र के लिए बेहद लाभकारी होता है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया कि इस बार के महाकुंभ ने विशेष रूप से स्थानीय व्यापारियों और श्रमिकों के लिए रोजगार के नए अवसर खोले हैं।योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महाकुंभ के दौरान नाविकों, दुकानदारों, होटल मालिकों और अन्य छोटे व्यापारियों ने जबरदस्त व्यापार किया। विशेष रूप से नाविकों की भूमिका इस आयोजन में महत्वपूर्ण रही, क्योंकि वे श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के लिए नावों में ले जाते थे। एक नाविक परिवार ने महाकुंभ के दौरान अपनी नावों के जरिए लगभग 30 करोड़ रुपये की कमाई की, जो इस आयोजन से मिलने वाले लाभ को स्पष्ट रूप से दिखाता है।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि महाकुंभ ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और आय के अवसर पैदा किए हैं। इसमें स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों, होटल और रेस्टोरेंट मालिकों के अलावा, सुरक्षा और सफाई में लगे कर्मियों को भी काम मिला। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार द्वारा इस आयोजन के दौरान किए गए इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं के विकास से राज्य की छवि में भी सुधार हुआ है, और यह उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तुत करता है।सीएम योगी ने इस उदाहरण के माध्यम से यह भी स्पष्ट किया कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों से न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलता है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी संजीवनी मिलती है। उन्होंने इस आयोजन के सफल आयोजन के लिए सभी अधिकारियों और स्थानीय समुदायों की सराहना की और इस प्रकार के आयोजनों को भविष्य में भी बढ़ावा देने की बात कही, ताकि उत्तर प्रदेश के विकास को और गति मिल सके।इस प्रकार, महाकुंभ न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की आर्थिक समृद्धि और सामाजिक कल्याण के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो रहा है।