
अमृतसर में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर पर हुए ग्रेनेड हमले को लेकर पुलिस कमिश्नर ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने इस हमले को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की साजिश बताया है। इस हमले में एक धार्मिक स्थल को निशाना बनाया गया, जो शहर के लिए एक बड़े सुरक्षा खतरे के रूप में सामने आया है।पुलिस कमिश्नर ने कहा कि शुरुआती जांच के आधार पर यह हमला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI द्वारा तैयार की गई साजिश का हिस्सा लगता है। उन्होंने यह भी बताया कि घटना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी CCTV कैमरों में कैद हुई है, जिससे पुलिस को हमलावरों की पहचान करने में मदद मिल रही है।घटना शनिवार शाम की बताई जा रही है, जब हमलावरों ने मंदिर के बाहर ग्रेनेड फेंका, जिससे मंदिर के आसपास अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, इस हमले में कोई बड़ा जनहानि नहीं हुई, लेकिन कुछ लोग घायल हो गए। घायल व्यक्तियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।पुलिस कमिश्नर ने कहा कि यह हमला ISI की साजिश का हिस्सा हो सकता है, जो भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए ऐसे हमलों को अंजाम दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के पीछे बड़े स्तर पर साजिश रची गई थी, जो सीमा पार से निर्देशित थी।CCTV फुटेज में देखा गया कि एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर सवार होकर मंदिर के पास आया और उसने ग्रेनेड फेंक दिया। इसके बाद वह वहां से फरार हो गया। पुलिस ने फुटेज को आधार बनाकर हमलावर की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने की योजना बनाई जा रही है।अमृतसर के इस मंदिर पर हमले के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां घटनास्थल पर पूरी तरह से जांच कर रही हैं और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रही हैं। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि वे इस हमले के कारणों का पता लगाने और दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।इस हमले से पहले भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के द्वारा भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इन घटनाओं को गंभीरता से लेकर उन्हें रोकने के लिए चौकस हैं। अमृतसर के नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस घटना के बारे में कोई भी जानकारी होने पर पुलिस को तुरंत सूचित करें, ताकि हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़कर न्याय दिलाया जा सके।