
जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास से करोड़ों रुपये की नकदी बरामद होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी कार्रवाई की है। सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य जांच एजेंसियों ने उनके घर पर छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में नगदी मिली। यह मामला सामने आने के बाद न्यायपालिका और प्रशासनिक महकमों में हड़कंप मच गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल प्रभाव से इस पर संज्ञान लिया और आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। जस्टिस वर्मा पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लग रहे हैं, हालांकि इस मामले में अभी विस्तृत जांच जारी है।
इस छापेमारी के बाद कई अन्य हाई-प्रोफाइल मामलों की भी समीक्षा की जा रही है, जिससे न्यायपालिका में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। फिलहाल, जांच एजेंसियां नकदी के स्रोत और इससे जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही हैं।