Delhi Hotel: अपहरण की अफवाह फैलाने वाले छात्र यथार्थ को पुलिस ने होटल से किया बरामद, 72 घंटे तक चला ड्रामा

दिल्ली में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक छात्र यथार्थ ने अपहरण की झूठी अफवाह फैलाकर पुलिस और उसके परिवार को 72 घंटे तक परेशान किया। यथार्थ, जो दिल्ली के एक प्रमुख कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था, अचानक लापता हो गया था, और इसके बाद उसके परिवार ने अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस से मदद मांगी। पुलिस और परिजनों ने उसे ढूंढने के लिए व्यापक अभियान चलाया, लेकिन 72 घंटे के बाद उसे दिल्ली के एक होटल से बरामद किया गया। पुलिस के मुताबिक, यथार्थ ने अपहरण का नाटक करके पूरे शहर में हड़कंप मचाया था। उसने अपने परिवार और दोस्तों को मैसेज भेजकर यह बताया था कि उसे किसी अज्ञात व्यक्ति ने अगवा कर लिया है। इसके बाद उसके परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, और उसके लापता होने की सूचना पर एक बड़ी खोज अभियान शुरू कर दी। पुलिस ने हर संभव प्रयास किया, जिसमें उसकी मोबाइल लोकेशन, दोस्तों और परिवार से जानकारी इकट्ठा करना शामिल था, लेकिन यथार्थ का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। इस दौरान, यथार्थ के परिवार और पुलिस को यह पूरा मामला संदिग्ध लगने लगा। जांच के दौरान पता चला कि यथार्थ ने अपनी गुमशुदगी का कारण किसी तरह का आपराधिक घटना बताकर परिवार और पुलिस को भ्रमित किया था। 72 घंटे बाद, पुलिस को सूचना मिली कि यथार्थ दिल्ली के एक होटल में आराम से ठहरा हुआ है। पुलिस टीम ने तुरंत होटल पर छापा मारा और उसे बरामद किया। यथार्थ ने पुलिस पूछताछ में यह स्वीकार किया कि वह किसी प्रकार के अपहरण से बचकर नहीं भागा था, बल्कि उसने यह झूठी अफवाह फैलाई थी ताकि वह कुछ दिन अपनी इच्छानुसार बाहर समय बिता सके। इस मामले ने पुलिस और उसके परिवार को काफी परेशान किया, और जांच अधिकारी यह मानते हैं कि यथार्थ ने केवल मजाक या किसी व्यक्तिगत कारण से यह कृत्य किया। अब पुलिस ने यथार्थ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है, और उसे लेकर यह मामला परिवार और समाज के लिए एक चेतावनी बन गया है कि ऐसे झूठे आरोपों से ना केवल पुलिस की संसाधन बर्बाद होती है, बल्कि अपहरण जैसी गंभीर घटनाओं की जांच भी प्रभावित हो सकती है। पुलिस ने इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सभी को जागरूक किया है और ऐसे मामलों में तुरंत सच्चाई का पता लगाने की सलाह दी है। यह घटना यह भी दिखाती है कि किसी भी प्रकार की अपहरण की सूचना देने से पहले हमें सचेत रहना चाहिए, क्योंकि ऐसे मामले में एक झूठी सूचना से कई लोगों का समय और ऊर्जा बर्बाद हो सकता है।

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