कैबिनेट विस्तार पर मुख्यमंत्री ने कहा: “धन सिंह भी यहीं हैं और मैं भी यहीं हूं”

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में संभावित कैबिनेट विस्तार को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच एक बयान दिया, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, “धन सिंह भी यहीं हैं और मैं भी यहीं हूं”, जिससे इस बयान को लेकर कई तरह की अटकलें और प्रतिक्रियाएँ सामने आईं हैं।यह बयान मुख्यमंत्री द्वारा अपनी टीम के एक वरिष्ठ मंत्री, धन सिंह रावत के बारे में दिया गया, जिनका नाम राज्य के कैबिनेट विस्तार के संदर्भ में चर्चा में था। मुख्यमंत्री का यह बयान विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण हो गया क्योंकि हाल ही में राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर कई राजनैतिक और मीडिया रिपोर्ट्स सामने आ रही थीं।उम्मीद जताई जा रही थी कि राज्य में कुछ मंत्रियों को हटाया जा सकता है या फिर नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने अपने इस बयान के माध्यम से यह साफ किया कि किसी भी प्रकार की हलचल और बदलाव के बावजूद, वह और धन सिंह रावत दोनों ही अपनी स्थिति में मजबूती से बने हुए हैं और कैबिनेट में किसी भी प्रकार के बदलाव की स्थिति में उनके बीच कोई असहमति नहीं है।मुख्यमंत्री धामी ने इस बयान के जरिए पार्टी के भीतर एकता और सामूहिक नेतृत्व के महत्व को भी उजागर किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कैबिनेट विस्तार और अन्य राजनीतिक निर्णयों को लेकर सभी फैसले पार्टी की सहमति से लिए जाएंगे। राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में तरह-तरह की अटकलें जारी हैं। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि कुछ नए मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है, जबकि पुराने मंत्रियों के प्रदर्शन पर सवाल उठाए जा रहे थे। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी के इस बयान ने इन चर्चाओं को और तेज़ कर दिया। मुख्यमंत्री का यह बयान पार्टी और सरकार की आंतरिक स्थिति को लेकर भी संकेत दे रहा है कि वो इस मुद्दे पर सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए संतुलित फैसला लेने की कोशिश करेंगे। उनका उद्देश्य उत्तराखंड की सरकार को मजबूत बनाए रखना और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाना है। वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री धामी और धन सिंह रावत दोनों ही महत्वपूर्ण नेता माने जाते हैं। धन सिंह रावत को पार्टी में वरिष्ठ नेता के रूप में जाना जाता है, और उनका मंत्रीपद भी राज्य की राजनीति में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी ने इस बयान से यह भी संकेत दिया कि पार्टी के भीतर कोई भी परिवर्तन या विस्तार सामूहिक निर्णय पर आधारित होगा। इस प्रकार, मुख्यमंत्री धामी का यह बयान केवल कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं तक सीमित नहीं था, बल्कि उत्तराखंड की राजनीति और नेतृत्व की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत भी था।

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